जयपुर: भारत की समृद्ध आध्यात्मिक विरासत को बड़े पर्दे पर जीवंत करती हुई बहुप्रतीक्षित भक्ति फिल्म "मोटी सेठानी" 27 फरवरी 2025 को पूरे देश में रिलीज हो गई है। इस ऐतिहासिक और आध्यात्मिक कथा पर आधारित फिल्म का वितरण यूएफओ मूवीज इंडिया लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। फिल्म का निर्माण और निर्देशन राणा संजय तुलस्यान ने रासदा एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले किया है, जबकि इसकी कार्यकारी निर्माता निम्मी तुलस्यान हैं।
*नारायणी की प्रेरणादायक कथा*
"मोटी सेठानी" की कहानी नारायणी की भक्ति, शक्ति और बलिदान को समर्पित है। उन्हें व्यापक रूप से महाभारत के अभिमन्यु की पत्नी उत्तरा का पुनर्जन्म माना जाता है और वे रानी सती दादी के रूप में पूजी जाती हैं। उनकी अटूट आस्था और त्याग की गाथा ने उन्हें भक्तों के बीच दिव्य स्वरूप प्रदान किया है। राजस्थान के झुंझुनू में स्थित रानी सती दादी का मुख्य मंदिर देश के सबसे बड़े मंदिर परिसरों में से एक है और दुनिया भर में उनके 900 से अधिक मंदिर स्थापित हैं।
*राजस्थान की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को जीवंत करती फिल्म*
पूरी तरह से राजस्थान में फिल्माई गई, "मोटी सेठानी" क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपराओं को खूबसूरती से प्रस्तुत करती है। फिल्म अपने ऐतिहासिक और धार्मिक प्रामाणिकता को बरकरार रखते हुए भक्ति और आस्था की गहरी छाप छोड़ती है। निर्देशक राणा संजय तुलस्यान ने फिल्म के महत्व को बताते हुए कहा, "यह केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि भक्ति और इतिहास के जीवंत होने का अनुभव है। हमने इस फिल्म को रानी सती दादी की विरासत के प्रति पूर्ण रूप से सच्चा रखने के लिए पूरी मेहनत की है।"
*अनन्या बुबना ने निभाई नारायणी की भूमिका*
फिल्म में अनन्या बुबना ने नारायणी की मुख्य भूमिका निभाई है, जबकि लिनीशा गुप्ता बाल कलाकार के रूप में उनके छोटे रूप में नजर आएंगी। इसके अलावा मोहित शर्मा और दिवाकर पाठक फिल्म के अन्य प्रमुख कलाकारों में शामिल हैं।
*भक्ति, भव्यता और भावनाओं से भरपूर एक आध्यात्मिक यात्रा*
"मोटी सेठानी" अपनी हृदयस्पर्शी कहानी, मंत्रमुग्ध करने वाले दृश्यों और गहरी भावनात्मक कथा के साथ दर्शकों को भक्ति और दृढ़ संकल्प की शक्ति का अनुभव कराएगी। यह केवल मनोरंजन नहीं बल्कि एक आध्यात्मिक यात्रा है, जो श्रद्धालुओं और सिनेमा प्रेमियों के दिलों को छूने का वादा करती है।