अलवर : जिले की नौगावा तहसील की ग्राम पंचायत पाटा के गांव नंगला चिरावड़ा देवी का थान स्थित मंशा माता मंदिर पर छठी भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा का आयोजन 20 फरवरी से 26 फरवरी तक प्रातः 10 बजे से 1 बजे किया जावेगा। कथा के चौथे दिन श्रीकृष्ण के जन्म को रामगढ़ विधायक सुखवंत सिंह ने केक काटकर मनाया। मंशा माता मंदिर कमेटी की तरफ से रामगढ़ विधायक एवं अन्य अथितियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में रामगढ़ विधायक सुखवंत सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि मैं हर वक्त क्षेत्र की जनता के लिए सेवा में तत्पर हूँ। मुझे जो भी सेवा कार्य दिया जाएगा, मैं अवश्य पूरा करूंगा।
वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व जिला अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह पाटा ने बताया कि मंशा माता मंदिर कमेटी के द्वारा इस भागवत सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें केवल अलवर से ही नहीं बल्कि फरीदाबाद तक के श्रद्धालु अध्यात्म का लाभ ले रहे हैं। कथावाचक व्यास पंडित गिरधारी लाल शास्त्री ने श्रीमद्भागवत कथा के माध्यम से भागवत धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष की महत्ता पर प्रकाश डाला, साथ ही उन्होंने कहा कि जब-जब धरा पर अत्याचार, दुराचार, पापाचार बढ़ा है, तब-तब प्रभु का अवतार हुआ है। प्रभु का अवतार अत्याचार को समाप्त करने और धर्म की स्थापना के लिए होता है। जब धरा पर मथुरा के राजा कंस के अत्याचार अत्यधिक बढ़ गए, तब धरती की करुण पुकार सुनकर श्री हरि विष्णु ने देवकी माता के अष्टम पुत्र के रूप में भगवान श्री कृष्ण ने जन्म लिया। इसी प्रकार त्रेता युग में लंकापति रावण के अत्याचारों से जब धरा डोलने लगी तब मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने जन्म लिया। कथा व्यास ने बताया कि वास्तविकता में श्रीकृष्ण केवल ग्वाल-बालों के सखा भर नहीं थे, बल्कि उन्हें दीक्षित करने वाले जगद्गुरु भी थे। श्रीकृष्ण ने उनकी आत्मा का जागरण किया और फिर आत्मिक स्तर पर स्थित रहकर सुंदर जीवन जीने का अनूठा पाठ पढ़ाया। प्रवचन सुनकर उपस्थित श्रोता भक्ति भाव में तल्लीन हो गए।
*फ़रीदाबाद से कथा सुनने पहुंच रहे भक्त*
मंदिर कमेटी के सुन्दर ने बताया की फरीदाबाद के धीरज तनेजा, शशि विरमानी एवं प्रसोत माटा के द्वारा श्रद्धालुओ के लिए फरीदाबाद से माता के मंदिर के लिए निशुल्क बस की व्यवस्था की है। कथा को सुनने के लिए प्रतिदिन फरीदाबाद से भी श्रद्धालु पहुंच रहे।