पिलानी ): हरियाणा के भिवानी जिले की लोहारू तहसील के छोटे से गाँव दमकौरा (हाल निवासी पिलानी) के 27 वर्षीय शशि सांगवान ने गणित की द्विभाषी अकादमिक पुस्तक “संजीवनी बूटी” लिखकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
शशि ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा, शिक्षा नगरी पिलानी स्थित निजी संस्थान राकेश अकेडमी से से प्राप्त की और मास्टर डिग्री हासिल करने के बाद शिक्षा के क्षेत्र में कुछ विशेष करने का सपना देखा। बीएड की पढ़ाई के दौरान, उन्होंने अपने निजी संस्थान में 12वीं बोर्ड की कक्षाएं शुरू की। उनकी शिक्षण पद्धतियों और विद्यार्थियों के प्रति समर्पण का परिणाम यह है कि वे हर वर्ष लगातार 100% परिणाम प्राप्त करते आए हैं। इस पुस्तक में विद्यार्थियों के लिए गणित के जटिल कांसेप्ट को सरल तरीके से समझाने का प्रयास किया गया है, ताकि उन्हें एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम में दिए गए कांसेप्ट्स को आसानी से समझने में मदद मिल सके। शशि ने अपनी पुस्तक में नए पैटर्न पर आधारित अध्यायवार बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) शामिल किए हैं। उनकी इस अद्वितीय उपलब्धि के लिए शशि का ‘राष्ट्रीय बुक रिकॉर्ड्स’ में नाम दर्ज किया गया है और उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, ‘भारत विभूषण’ से नवाजा गया है तथा उनकी पुस्तक को 1 से 9 फरवरी तक दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित वर्ल्ड बुक फेयर में प्रदर्शित की जाएगी। यह सफलता शशि के शिक्षकों, परिवार और उनके सहकर्मियों के सहयोग का परिणाम है, जो उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाने में सहायक रहे हैं। शशि सांगवान की इस उपलब्धि से न केवल उनका गाँव, बल्कि पूरी शिक्षा समुदाय को गर्व है।