खैरथल: शहर को दो हिस्सों में बांटने वाले रेल फाटक संख्या 93 पर बहुप्रतीक्षित 80 फीट चौड़े रेल ओवरब्रिज के निर्माण की प्रक्रिया तेज हो गई है। गुरुवार को रेलवे और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने साइट का निरीक्षण कर सड़क के मध्य से 40-40 फीट की नपाई की। इस दौरान किशनगढ़बास उपखंड अधिकारी मनीष कुमार जाटव के नेतृत्व में रेल विभाग के सहायक अभियंता सोमनाथ मित्तल, नगर परिषद आयुक्त मुकेश शर्मा, कनिष्ठ अभियंता मोतीलाल वर्मा, तहसीलदार नरेंद्र भाटिया सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। नपाई का दायरा पेट्रोल पंप से हेमू कालानी चौक, रेलवे फाटक, शनि मंदिर, गुप्ता नर्सिंग होम होते हुए जाट धर्मशाला तक किया गया।
*नपाई शुरू होते ही बढ़ी हलचल, संपत्ति मालिकों में बेचैनी*
जैसे ही शहरवासियों को नपाई की खबर मिली, लोग अपनी संपत्तियों की माप-जोख में जुट गए। व्यापारियों और मकान मालिकों में यह जानने की उत्सुकता बढ़ गई कि ओवरब्रिज के निर्माण से उनकी संपत्ति प्रभावित होगी या नहीं।
*48 करोड़ का बजट स्वीकृत, छोटे वाहनों के लिए अलग से व्यवस्था*
उपखंड अधिकारी मनीष कुमार जाटव ने बताया कि रेल विभाग ने 2023 में इस ओवरब्रिज के लिए 48 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया था। पुल के दोनों ओर छोटे वाहनों और पैदल यात्रियों के लिए भी स्थान छोड़ा जाएगा, जिससे लोगों को सहूलियत मिल सके।
*रेलवे की प्राथमिकता में आया फाटक संख्या 93*
रेलवे प्रशासन समूचे देश में रेल फाटकों को समाप्त करने की योजना पर काम कर रहा है। खैरथल का यह फाटक हमेशा जाम से जूझता है और अक्सर ट्रेनों को आउटर सिग्नल पर खड़ा रहना पड़ता है। इस वजह से इसे प्राथमिकता सूची में शामिल किया गया है।
*यह होगा असर...*
यातायात सुगम होगा, जाम की समस्या खत्म होगी, रेल फाटक बंद होने के कारण ट्रेनों के विलंब से बचाव होगा।
*शहर के विकास की ओर एक और कदम*
80 फीट चौड़ा यह ओवरब्रिज शहर के विकास को नई गति देगा। हालांकि, स्थानीय लोगों में अपनी संपत्तियों को लेकर चिंताएं बनी हुई हैं। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि जनहित को ध्यान में रखते हुए ही निर्माण कार्य किया जाएगा।