काठमाण्डौ (श्रीराम इंदौरिया): भारतीय संस्कृति परम्परा और इतिहास को समृद्ध करने, भारत की प्रतिष्ठा, भारत की शक्ति, भारत की पंचशील सिद्धान्तो को वैश्विक स्तर पर बढाने के लिए अन्तर्राष्ट्रीय समरसता मंच का सांस्कृतिक शिष्ट मण्डल सदस्य प्रयागराज महाकुम्भ 2025 के आयोजन में दिनांक 13 जनवरी से 26 फरवरी तक गंगा, यमुना, सरस्वती के आशीर्वाद में 45 करोड़ से अधिक महननीय एंव प्रबुद्ध देवदूतो का चरण प्रक्षालन चरण दर्शन करेंगे। मुख्य सलाहकार कुलदीप प्रसाद शर्मा एडवोकेट ईस्ट-वेस्ट लॉ फर्म काठमाण्डौ नेपाल ने बताया कि 45 करोड़ से अधिक, चरण प्रक्षालन, चरण दर्शन का शुभारम्भ 13 जनवरी को संयोजक अन्तर्राष्ट्रीय समरसता मंच विश्व रत्न महावीर प्रसाद टोरड़ी विशिष्ठ सलाहकार महामहिम प्रथम उपराष्ट्रपति नेपाल न्यायमूर्ति परमानन्द झा के नेतृत्व में शुभारम्भ होगा। महाकुम्भ 2025 में आगमन देश-विदेश के श्रद्धालुओ के चरण दर्शन कर वसुधैव कुटुम्बकम, ग्लोबल विल्लेज, सत्यम् शिवम सुन्दरम्, भारत-नेपाल की वैदिक कालीन संस्कृति का पुर्न उत्थान हो, भारत पुनः वैदिक कालीन जगत गुरू के आसन पर पद् स्थापित हो, भारत को संयुक्त राष्ट्र में सुरक्षा परिषद् में विटो पावर के साथ स्थाई सदस्यता मिलें, अयोध्या को संयुक्त राष्ट्र का मुख्यालय ब नया जावें। मॉ गंगा-यमुना-सरस्वती ऋषि मुनियों, साधू-सन्तो से आशीर्वाद प्राप्त कर भारत के राष्ट्र ध्वज, भारत की मातृभूमि, भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ को महाकुम्भ 2025 का गंगा यमुना सरस्वती मॉ का आशीर्वाद समर्पित करेंगे। प्रेस सचिव विवेक स्वामी ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय समरसता मंच का सांस्कृतिक शिष्ट मण्डल विभिन्न राष्ट्रों विभिन्न राज्यो, केन्द्र शासित प्रदेशो से वैश्विक शान्ति समरसता सोशल मिशन यात्रा के अन्तर्गत पहुॅचेंग, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संदेश में कहा कि प्रयागराज महाकुम्भ 2025 भारतीय संस्कृति परम्परा इतिहास को समृद्ध करेगा। मुख्य मंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ ने अपने आशीर्वचन में कहा कि प्रयागराज महाकुम्भ 2025 मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर है। अन्तर्राष्ट्रीय समरसता मंच प्रयागराज महाकुम्भ 2025 में देवतागढ पंच परमेश्वर, महानिर्माणी अखाड़ा के संत, महन्त, महामंडलेश्वर और मॉ गंगा के भक्तो का आशीर्वाद प्राप्त करेंगा। सांस्कृतिक, समरसता, सामाजिक समागम में अन्तर्राष्ट्रीय समरसता मंच की कार्य योजना को मूर्त रूप देने के लिए प्रयागराज महाकुम्भ 2025 में सांस्कृतिक शिष्ट मण्डल सदस्यो द्वारा 45 करोड़ से अधिक देवदूतो का चरण-दर्शन व चरण प्रक्षालन कर भारत की प्रतिष्ठा, भारत की शक्ति, भारत के पंचशील सिद्धान्तो को वैश्विक स्तर पर बढायेंगे।
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