तुमको राम प्रिय है, लेकिन हमको सीता प्यारी है, यूं ही हसती रहे निवाई

AYUSH ANTIMA
By -
0


निवाई (लालचंद सैनी): नगर पालिका मंडल द्वारा 15 दिवसीय विशाल दशहरा महोत्सव को लेकर प्रताप स्टेडियम में अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। कार्यक्रम की शुरुआत जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल, विधायक रामसहाय वर्मा, नगर पालिका अध्यक्ष दिलीप इसरानी, शहर मंडल अध्यक्ष नितिन छाबड़ा व अधिशाषी अधिकारी मनोहर लाल जाट ने सरस्वती माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित करके किया। कवि सम्मेलन संयोजिका राजस्थानी हिंदी गीतकार और अंतरराष्ट्रीय कवयित्री दीपा सैनी ने मां सरस्वती की वंदना के साथ कवि सम्मेलन की शुरुआत की। श्रृंगार रस के कवि कन्हैया शर्मा ने श्याम को श्याम की श्यामिका मिल गई, प्रेम को प्रेम की शादी का मिल गई श्रृंगार रस पर प्रस्तुति दी। अंतर्राष्ट्रीय हास्य कवि हरीश हिंदुस्तानी नवलगढ़ ने हर चेहरे पर मुस्कान है छाई, मालिक करे सदा यूं ही हसती रहे निवाई, अंतर्राष्ट्रीय कवयित्री गौरी मिश्रा नैनीताल ने सच को सच बताने का हुनर दर्पण से लेले ना, भले कुछ देर का हो सोच उनका मन से लेते हैं हम, अंतरराष्ट्रीय कवि एवं व्यंगकार पवन आगरी ने गरीब आदमी बैंक से लोन लेता और नहीं चुका पाता तो वह जेल जाता है, जबकि अमीर आदमी लोन लेता है, उसे नहीं चुका पाता तो वह विदेश जाता है, अंतर्राष्ट्रीय हास्य व्यंग कर लेखक अरुण जेमिनी ने मिल्क जीवन से उम्र हम तमाम करते हैं, दर्द को भूलने का इंतजाम करते हैं, ओज कवि महेश डांगरा ने किए गए थे प्रयास संघ को समेटने के किंतु कोई मां का लाल इस नाम मिटा नहीं सका, अंतर्राष्ट्रीय हास्य व्यंगकार डॉ.सरदार मनजीत सिंह ने है जल्दी आग सीने में नहीं डरता सिकंदर से, मगर हूं नाप बटी ना, डरा रहता हूं अंदर से, अंतर्राष्ट्रीय ओज कवि अमित शर्मा ने युवा देश का जब-जब रण में अपनी ताकत तोलेगा, चप्पा चप्पा इस भारत का वंदे मातरम् बोलेगा, हिंदी गीतकार, अंतर्राष्ट्रीय कवयित्री दीपा सैनी ने तुमको राम प्रिय है, लेकिन हमको सीता प्यारी है, वह अदिश तुम्हारे हैं तो ये अदिश हमारी है, राजेंद्र पंवार कवि और मंच संचालनकर्ता ने कोख धन्य होती है, मां के बलिदान से, दिनेश देसी घी अंतरराष्ट्रीय हास्य कवि मध्य प्रदेश ने मां, महात्मा और परमात्मा इन तीनों की महिमा न्यारी है। परंतु इन तीनों में मां सबसे प्यारी है की प्रस्तुति दी। कवि दिनेश देसी घी ने श्रोताओं को जमकर हास्य कविताएं सुनाई। कार्यक्रम में मौजूद श्रोताओं ने खूब तालियां बजाकर कवि का साथ दिया। कार्यक्रम में मौजूद लोग दिनेश देसी घी की जमकर तारीफ करते नजर आए। कार्यक्रम के दौरान नगर पालिका मंडल द्वारा कवियों को दुपट्टा ओढ़ाकर व स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर परसराम कुमावत, गिर्राज चौधरी, मंगलराम मीणा, रमेश सैनी, संजय रैगर, शंकरलाल सैनी, रामविलाश बलाई, जीतू विजय, वंशप्रदीप पारीक, घासी अग्रवाल, कैलाश नटवाडा, मोला सेन, रतनदीप गुर्जर, मदनलाल वर्मा, राजेन्द्र चौधरी, मोहित संमति, जयनारायण कुमावत, लालचन्द सैनी, अविनाश पारीक, आनन्द पारीक, पवन शर्मा गुरूजी व जीतू धारवाल सहित कई पार्षद व जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!