लोक चेतना की प्रहरी राजस्थली का स्वर्ण जयंती वर्ष

AYUSH ANTIMA
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श्रीडूॅंगरगढ़/बीकानेर (तोलाराम मारु): भाषा, साहित्य, संस्कृति, कला, इतिहास और शोध से जुड़ी लोक चेतना की राजस्थानी त्रैमासिकी राजस्थली के स्वर्ण जयंती वर्ष के आयोजनों में कई नवाचार किये जा रहे हैं। इसी श्रृंखला के तहत राजस्थानी भाषा के प्रचार-प्रसार एवं लोक जुड़ाव के दृष्टिगत अब बच्चों को संस्कारित एवं पोषित किया जाएगा। इस आशय की जानकारी देते हुए राजस्थली के प्रधान संपादक श्याम महर्षि ने बताया कि 14 नवम्बर बाल दिवस से जनजागरण अभियान चलाया जाएगा, जिसमें प्रभात फेरियां, रेलियां आदि भी निकाली जाएगी। राजस्थली के प्रबंध सम्पादक रवि पुरोहित ने प्रस्तावित आयोजन की रूपरेखा साझा करते हुए कहा कि राजस्थानी भाषा से नई पीढ़ी को जोड़ने के लिए देश में पहली बार अनूठी पहल की जायेगी और 16 नवम्बर को संस्कृति भवन श्रीडूंगरगढ़ में कला डूंगर कल्याणी स्मृति राजस्थानी बाल साहित्य सम्मान योजना के तहत विमला नागला की पुरस्कृत एवं प्रकाशित कृति ‘बातां री मुळक पर केन्द्रित कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए राजस्थानी प्रश्नोतरी प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी, जिसमें श्रीडूंगरगढ़ तहसील क्षेत्र के निजी व सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थी भाग ले सकेंगे। प्रतियोगिता की समन्वयक श्रीमती भगवती पारीक ‘मनु’ और प्रबंधक श्रीमती सरोज शर्मा को मनोनीत किया गया है। समन्वयक मनु ने बताया कि राजस्थानी की समृद्ध विरासत को नयी पीढ़ी तक पहुंचाने हेतु विद्यार्थियों को कड़ी रूप में जोड़ने यह प्रयास बागेश्वरी साहित्य, कला, सांस्कृतिक विरासत संस्था, बीकानेर के सहयोग से किया जा रहा है। प्रतियोगिता की प्रबंधक सरोज शर्मा ने बताया कि प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहने वाले विद्यार्थियों को नगद पारितोषिक के साथ सम्मान पत्र से पुरस्कृत किया जाएगा। इच्छुक प्रतिभागी समन्वयक या प्रबंधक से सम्पर्क कर विवेच्य पुस्तक की निःशुल्क प्रति प्राप्त कर सकते हैं। एक विद्यालय से अधिकतम 3 प्रतिभागी ही प्रतियोगिता में शामिल हो सकेंगे।
प्रतियोगिता हेतु 30 अक्टूबर तक आवेदन किया जा सकता है।

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