झुंझुनूं (राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला): प्रमुख सामाजिक चिंतक एवं अन्वेषी लेखक महेश कुमार शर्मा आजाद ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि मानो जिले के चिङावा शहर में गांधी अब अप्रासंगिक हो गए हैं। उन्होंने अपनी बात को बल देते हुए कहा कि ऐसा इसलिए लग रहा है कि चिङावा के छ: मुखी चौक को गांधी चौक के नाम से जाना जाता है लेकिन गांधी चौक में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा स्थापित हो जाने के बाद से गांधीवादियों ने उक्त चौक की साफ-सफाई हेतु शायद ही कभी झाङू चलाई हो। इस बार 2 अक्टूबर, गांधी जयंती के अवसर पर तो बिल्कुल ही नहीं चलाई।इतना ही नहीं बल्कि चिङावा नगर पालिका द्वारा सन् 1987 में कबूतरखाना पर महात्मा गांधी की स्मृति में एक पार्क बनवाया गया, जिसका लोकार्पण राजस्थान सरकार के तत्कालीन मंत्री पद्मश्री शीशराम ओला के कर कमलों द्वारा संपन्न हुआ था लेकिन चिङावा के गांधीवादियों ने 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर उक्त पार्क की साफ-सफाई करना तो दूर बल्कि पार्क की दीवार में लगे लोकार्पण से संबंधित शिलालेख की भी साफ-सफाई करना मुनासिब नहीं समझा, जबकि चिङावा नगर पालिका में कांग्रेस पार्टी का चेयरमैन है। क्षेत्रीय विधायक भी कांग्रेस के ही हैं। इतना ही नहीं बल्कि क्षेत्रीय सांसद बृजेन्द्र ओला भी कांग्रेस के ही हैं और वे पद्मश्री शीशराम ओला के पुत्र हैं।
क्या चिङावा में गांधी अप्रासंगिक हो गए हैं: महेश कुमार शर्मा आजाद
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October 04, 2025
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