बीकानेर (हेम शर्मा): डबल इंजन की सरकार में बीकानेर पश्चिम के विधायक जेठानंद व्यास और केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के बीच टकराव सोमवार को खुलकर जब सामने आया तब एक उद्घाटन कार्यक्रम में मंत्री ने आमंत्रित विधायक के आने से पहले ही फीता काट दिया। मौके पर पहुंचे विधायक ने मंत्री के इस कार्यक्रम के बहिष्कार की घोषणा कर दी और चले गए। संभवतः यह स्थिति आयोजकों की संवादहीनता के चलते बनी। जनता और भाजपा कार्यकर्ताओं में संदेश गया कि मंत्री ने विधायक को तरजीह नहीं दी और विधायक ने कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया। यह मामला बीकानेर पश्चिम से विधायक जेठानंद व्यास ने उनके ही विधानसभा क्षेत्र में शुरु हुए शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मुक्ता प्रसाद नगर के शुभारंभ कार्यक्रम के बहिष्कार से तूल पकड़ गया। पूरे शहर में इस घटना के बाद भाजपा के डबल इंजन की सरकार, केन्द्रीय मंत्री के रवैये और विधायक के बहिष्कार को लेकर नुक्काचीनी होने लगी। दरअसल स्वास्थ्य विभाग के निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और विधायक जेठानंद व्यास के हाथों सोमवार को शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मुक्ता प्रसाद नगर का शुभारंभ होना था। विधायक पहुंचे उससे पहले ही मेघवाल फीता काटकर अन्दर चले गए। हालांकि शिलापट्ट से पर्दा हटाकर उद्घाटन बाद में किया गया, शिलापट्ट पर विधायक जेठानंद का नाम भी लिखा है। विधायक जेठानंद व्यास ने सार्वजनिक रूप से इस कार्यक्रम के बहिष्कार की घोषणा की। वे कायर्क्रम स्थल पर पहुंचकर भी परिसर के अन्दर नहीं गए। उन्होंने बहिष्कार की घोषणा की और अपने 20-25 कार्यकर्ताओं के साथ पूर्व पार्षद राजेन्द्र शर्मा के कार्यालय में जाकर बैठ गए।
यह घटना कम्यूनिकेश गेप और आपसी संवाद के अभाव में तूल पकड़ गई, मंत्री का ऐसा कोई इंटेशन नहीं रहा। आयोजक सीएमएचओ डॉ.पुखराज साध का कहना है कि कार्यक्रम 9 बजे निर्धारित था। मंत्री पौने दस बजे आ गए। हालांकि पौने दस बजे विधायक की ओर से सीएमएचओ को फोन था कि वे पहुंच रहे थे। प्रोटोकोल में मंत्री तो विधायक का इंतजार करने से रहे तो मंत्री ने फीता काटा और कहा कि अन्दर चलते हैं उद्घाटन बाद में करेंगे। प्रोटोकाल के अनुसार विधायक को मंत्री से पहले पहुंचना चाहिए, वे देर से आए और फीता कटा देखकर बहिष्कार करके चले गए। एक ही पार्टी भाजपा के विधायक और मंत्री के बीच संवाद हो जाता तो यह स्थिति नहीं बनती। इस प्रकरण को लेकर विधायक जेठानंद व्यास का कहना है कि उन्होंने सीएमएचओ से पूछा था कि कार्यक्रम कितने बजे होगा तो सीएमएचओ ने बताया कि 10 बजे तक, वे खुद पौने दस बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए। इस दौरान पीए ने सीएमएचओ को बताया दिया था कि विधायक महोदय मोड़ पर है और कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने वाले है। इसके बावजूद वे जब पौने दस बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तब तक मंत्री उद्घाटन करके परिसर के अन्दर चले गए। इस व्यवहार के चलते उन्होंने कार्यक्रम का बहिष्कार किया और इलाके के 20-25 कार्यकर्ताओं के साथ वहां से चले गए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस कार्यकर्ता दिनेश शर्मा, जिसकी वहां दवा की दुकान है, मंत्री के साथ थाली लिए घूमा रहा था। आपसी संवाद और समन्वय की कमी के चलते यह कार्यक्रम पार्टी के कार्यकर्ताओं और आम लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया। इसमें मंत्री की कोई अन्य मंशा नहीं दिखाई दी। आयोजकों, मंत्री और विधायक के बीच संवादहीनता रही।