जयपुर (एसपी मित्तल): प्रशासन में ऐसे कई अधिकारी होते हैं, जो हर राज में अपनी काबिलियत प्रदर्शित करते हैं। ऐसे ही अधिकारियों में राजस्थान के जनजाति विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव कुंजीलाल मीणा भी है। 17 अक्टूबर को ही मीणा को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए सम्मानित किया। जनजाति बाहुल्य क्षेत्रों में सरकारी योजनाओं की समय पर सफल क्रियान्विति के लिए राजस्थान ने देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। चूंकि मौजूदा समय में कुंजीलाल मीणा जनजाति विकास विभाग के एसीएस है, इसलिए मीणा ने ही राजस्थान सरकार की ओर से पुरस्कार प्राप्त किया। हालांकि राजस्थान में जनजाति क्षेत्रीय विकास के मंत्री बाबूलाल खराड़ी हैं, लेकिन राष्ट्रपति से पुरस्कार लेने का अवसर मीणा को ही मिला। असल में कुंजी लाल मीणा राजस्थान में कांग्रेस की सरकार में भी अपनी काबिलियत दिखाते रहे हैं। अशोक गहलोत जब कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री थे, तब मीणा नगरीय विकास विभाग के प्रमुख शासन सचिव भी रहे। उन्हीं दिनों जब गहलोत की गारंटियों को घर घर तक पहुंचाया जा रहा था, तब एक राज्य स्तरीय समारोह में इन्हीं कुंजीलाल मीणा ने गहलोत के सम्मान में अपनी कविता भी सुनाई। इस कविता में गहलोत को गरीबों का मसीहा बताया गया। गहलोत की शान में लिखी गई कविता आज भी राजस्थान के प्रशासनिक क्षेत्रों में चर्चा का विषय है। कांग्रेस के शासन में मीणा अधिकांश समय मलाईदार पदों पर ही रहे। अब जब भाजपा सरकार ने जनजाति विकास विभाग जैसे विभाग में नियुक्त कर दिया, तब भी मीणा राष्ट्रपति से सम्मानित हो गए। मीणा में यदि काबिलियत नहीं होती तो कम से कम भाजपा के शासन में तो राष्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त नहीं करते। कांग्रेस शासन में जिस तरह कविता की चर्चा रही, उसी तरह अब भाजपा शासन में राष्ट्रपति से सम्मानित होने की चर्चा हो रही है। कई बड़े अधिकारी जनजाति विभाग के मंत्री बाबूलाल खराड़ी को भी तलाश कर रहे हैं।
हर राज में अपनी काबिलियत प्रदर्शित करने में माहिर है राजस्थान के आईएएस कुंजीलाल मीणा
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October 18, 2025
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