जयपुर (श्रीराम इंदौरिया): राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, जयपुर में 30 जुलाई से 1 अगस्त 2025 तक "Understanding Health and Wellness through Microbiome Research" विषय पर तीन दिवसीय संकाय विकास कार्यक्रम (Faculty Development Program) का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्घाटन संस्थान के कुलपति प्रो.संजीव शर्मा द्वारा किया गया। जिसमें संस्थान के सभी विभागाध्यक्ष, डीन, प्रो-वाइस चांसलर एवं रजिस्ट्रार सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। उद्घाटन सत्र में कुलपति प्रो.संजीव शर्मा ने माइक्रोबायोम अनुसंधान (Microbiome Research) को आयुर्वेद की अवधारणाओं को वैज्ञानिक भाषा (Scientific Language) में प्रस्तुत करने का एक प्रभावी माध्यम बताते हुए, इस दिशा में अनुसंधान को गति देने की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम की प्रमुख विशेषज्ञ डॉ.शर्मिला मांडे (आयुष डिस्टिंग्विश्ड साइंटिस्ट चेयर) ने आयुर्वेद में माइक्रोबायोम अनुसंधान की संभावनाओं पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किस प्रकार आयुर्वेद की अवधारणाएं जैसे अग्नि, त्रिदोष, आहार, विहार इत्यादि को माइक्रोबायोम डाटा के माध्यम से वैज्ञानिक रूप से सिद्ध किया जा सकता है। अन्य प्रमुख वक्ताओं में डॉ.तारीणी शंकर घोष, सहायक प्रोफेसर, IIIT दिल्ली और प्रो.विनीत शर्मा, IISER भोपाल शामिल थे, जिन्होंने प्रतिभागियों को, माइक्रोबियम अनुसंधान के लिए विभिन्न सैंपल ग्रहण करने की तकनीक, 16S rRNA एनालिसिस, शॉटगन सीक्वेंसिंग, संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण तथा डाटाबेस विश्लेषण जैसे तकनीकी पहलुओं पर व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया। कार्यशाला में संस्थान के लगभग 50 संकाय सदस्यों ने भाग लिया, जिनका उद्देश्य था कि वे माइक्रोबायोम आधारित आधुनिक अनुसंधान तकनीकों को समझें और उसे आयुर्वेदिक शिक्षा एवं अनुसंधान में उपयोग कर सकें। तीसरे एवं अंतिम दिन प्रो.निशा ओझा की उपस्थिति में समापन सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें सभी वक्ताओं, प्रतिभागियों और आयोजन समिति की सराहना की गई तथा प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। संस्थान के अध्यापक प्रतिभागियों ने इस प्रकार की कार्यशालाओं को आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान के समन्वय का सशक्त माध्यम बताते हुए, भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों को निरंतर जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई।
तीन दिवसीय संकाय विकास कार्यक्रम "माइक्रोबायोम अनुसंधान के माध्यम से स्वास्थ्य एवं आरोग्यता की समझ" का समापन
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August 01, 2025
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