अलवर (ब्यूरो): विजयपाल यादव स्थानीय राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय स्थित IMA हाल में प्रेस वार्ता में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बिना डायग्नोज और बिना क्लीनिकल जरूरत के महंगी दवाइयां लिखना निश्चय ही गलत है लेकिन कई बार जब रोगी डॉक्टर के पास आने में अक्षम हो तो मानवता के आधार पर भी ऐसी दवाइयां लिखनी पड़ जाती है। उल्लेखनीय है कि दो दिन पूर्व एक बड़ा खुलासा मीडिया के द्वारा किया गया था, जिसमें लाखों रुपए की दवाइयां RGHS के माध्यम से बाहर के मेडिकल स्टोर से डॉक्टर के द्वारा मरीजों को लिखी गई और सरकार को चूना लगाया गया।
अलवर से हमारे संवाददाता ने जब IMA अध्यक्ष से पूछा कि यह गलती है या अपराध है तो उन्होंने डाक्टरों की गलती स्वीकार की। इस घोटाले में चार PHC सेंटर्स के नाम मुख्यतः सामने आए। जिनमें रामगढ़, राजगढ़, शिवाजी पार्क और पहाड़गंज पीएससी सेंटर नामजद हैं। गौरतलब है कि सरकारी योजनाओं का वास्तविक लाभ जिन लोगों तक पहुंचना चाहिए, उन तक पहुंचाने की बजाय सक्षम लोग जब सरकारी योजनाओं का लाभ उठाते हैं, सरकार को चूना लगाने का काम करते हैं, वही वास्तविक जरूरतमंद तक वह योजना का लाभ नहीं पहुंच पाता है।