जयपुर (श्रीराम इंदौरिया): जोरावर सिंह गेट स्थित राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर के संहिता एवं मौलिक सिद्धांत विभाग द्वारा बुधवार, 23 जुलाई को महर्षि चरकाचार्य जयंती कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। 6 दिवसीय कार्यक्रम में आयुर्वेद के विद्वान और चिकित्सकों द्वारा आमजन के बेहतर स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद के सिद्धांतों पर चर्चा की जाएगी।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि कुलपति प्रोफेसर संजीव शर्मा, विशिष्ट अतिथि मीता कोटेचा, प्रो.ओमप्रकाश दाधीच ने किया। उद्घाटन सत्र में प्रो.ओमप्रकाश दाधीच ने “प्राणवह स्रोतस्” विषय पर एक विशिष्ट व्याख्यान दिया। इस व्याख्यान में उन्होंने शारीरिक प्रणाली के प्रमुख स्रोतस (प्राणवह स्रोतस्) की आयुर्वेदिक व्याख्या करते हुए आधुनिक चिकित्सा विज्ञान से उसकी तुलना करते हुए उसकी जानकारी दी। संहिता एवं मौलिक सिद्धांत विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर निशा गुप्ता ने बताया कार्यक्रम में श्लोक-उच्चारण प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें विद्यार्थियों ने शुद्ध संस्कृत उच्चारण एवं स्मृति कौशल का परिचय देते हुए आयुर्वेद श्लोकों का प्रभावशाली पाठ किया ओर चरक संहिता पाठ नामक समानांतर गतिविधि भी आयोजित की गई, इसका उद्देश्य विद्यार्थियों में पारंपरिक ग्रंथ अध्ययन की रुचि बढ़ाना तथा मौलिक सिद्धांतों की प्रस्तुति की परंपरा को बनाए रखना था। 6 दिन तक आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में आयुर्वेदिक ज्ञान की गहराई व प्राचीन परंपराओं को नई पीढ़ी से जोड़ने का प्रयास है। कार्यक्रम में विभाग के सभी शिक्षक चिकित्सा एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।