निवाई (लालचंद सैनी): डॉ.केएन मोदी विश्वविद्यालय से फार्मेसी विभाग के सहायक प्रोफेसर रितेश उपाध्याय और विधि संकाय के सहायक प्रोफेसर अभिषेक नारायण ने ड्रग-संबंधित चोटों से प्रभावित मरीजों के लिए मुआवजा, कानूनी उपाय और नैतिक विचार नामक एक शोध पत्र का सह-लेखन किया है, जिसे स्कोपस-इंडेक्स्ड जर्नल में प्रकाशित किया गया है। यह पत्र प्रतिकूल दवा प्रतिक्रियाओं से पीडि़त रोगियों द्वारा सामना की जाने वाली कानूनी और नैतिक चुनौतियों का पता लगाता है और अधिक कुशल और निष्पक्ष मुआवजा प्रणाली की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है। यह टोर्ट कानून, उत्पाद दायित्व, लापरवाही और वैकल्पिक विवाद समाधान तंत्र पर चर्चा करता है, जबकि रोगी के अधिकारों, सूचित सहमति और नियामक सुधारों की वकालत करता है। इस बीच शोध पत्र के प्रकाशित होने पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ.डीके मोदी, प्रो-प्रेसिडेंट प्रोफेसर डॉ.सुनील कुमार, डीन प्रोफेसर डॉ.जेपी दुबे, विधि विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ.संतोष शर्मा व पीआरओ ठा. तनुज सैंगर सहित विश्वविद्यालय के समस्त स्टाफ ने उन्हें बधाई दी है।
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