ककराना (राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला): निकटवर्ती चंवरा व किशोरपुरा की पहाड़ी पर स्थित पलटूदास अखाड़ा पंचमुखी हनुमान मंदिर मोरिंडा धाम में रुक्मणी विवाह के साथ कथा का समापन हुआ। आज़ सुबह हवन व भंडारा होगा। कथा में कथावाचक दिनकर शास्त्री ने रुक्मणी कृष्ण विवाह एवं भगवान श्री कृष्ण के 16108 विवाहों का विस्तार से वर्णन किया। इसके चलते सुदामा चरित्र परीक्षित मोक्ष एवं कलयुग का वर्णन किया। शास्त्री ने कहा कि भगवान के 24 अवतारों में से 23 अवतार ही हुए। कथा में रुक्मणी विवाह और कृष्ण सुदामा की संजीवन झांकी सजाई गई। रुक्मणी विवाह में बाराती जमकर थिरके। कथा में कहा कि मित्रता करनी है तो कृष्ण सुदामा जैसी कीजिए। मित्रता में कोई छोटा और बड़ा नहीं होता। श्रद्धालुओं द्वारा रुक्मणी विवाह में बढ चढकर कर कन्यादान किया गया। इस दौरान महंत रघुनाथ दास महाराज, फेरन दास महाराज, दीपक दास महाराज, ताराचंद दास महाराज, तुरंत दास महाराज, मंदिर कमेटी अध्यक्ष गजराज सिंह शेखावत सहित काफी संख्या में भक्त श्रद्धालु मौजूद रहे।
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