अलवर (ब्यूरो): देशभर में विख्यात अलवर के श्री श्री 1008 पांडुपोल हनुमान जी महाराज के दर्शन पूजा अर्चना करने के लिए मालाखेड़ा के सीलीबेरी गेट खुलने पर बहुत सुबह श्रद्धालु इस दरवाजे से हनुमान जी के दर पर पहुंचे, जहां पूजा अर्चना महाआरती में भाग लिया। इस सड़क मार्ग से जाने वाले पैदल तथा बाइक सवार वालों से गेट पर मौजूद गार्ड व सुरक्षाकर्मियों ने श्रद्धालुओं से पक्षियों के लिए साथ में ले जा रहे दाना-गेहूं, चुग्गे को वहीं पर रखवा लिया। इसको लेकर श्रद्धालुओं में गहरी नाराजगी दिखाई दी। श्रद्धालु हरिराम सारस्वत ने बताया कि इस भीषण गर्मी में तीतर, मोर, कबूतर जैसे पक्षियोँ को खाने के लिए जंगल में कमी हो जाती है और भोजन करने को दाने नहीं मिलते हैं। ऐसे में पांडुपोल हनुमान जी के दर्शन करने जाने वाले श्रद्धालु पक्षियों के लिए जो दाना ले जा रहे हैं, उसको रोक दिया, यह उनके साथ अन्याय है। सभी श्रद्धालुओं का कहना है कि इस बाबत मालाखेड़ा के उपखंड अधिकारी सहित वन मंत्री संजय शर्मा, केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव को अवगत कराया जाएगा। सरिस्का के इस गेट पर रहने वाले सुरक्षाकर्मी, होमगार्ड, वनकर्मी के द्वारा किए जा रहे व्यवहार को लेकर भी शिकायत दर्ज कराई जाएगी। मंदिर परिसर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का ताता लगा रहा, जहां पूजा अर्चना कर हनुमान जी के प्रसाद अर्पित किया और सुख समृद्धि की कामना की। गौरतलब है कि पिछले काफी समय से सिलीबेरी गेट वाले रास्ते को प्रशासन के द्वारा बंद कर दिया गया था, जिसके चलते श्रद्धालुओं में भारी आक्रोश देखने को मिला था। अब इस दरवाजे को खोलने से श्रद्धालुओं का लगातार हुजूम हनुमान जी के दर्शन करने पहुंच रहा है।
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