झुंझुनूं (राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला): गंगा दशमी और विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर गुरुवार शाम उदयपुरवाटी के ऐतिहासिक कोट बांध पर वंदे गंगा अभियान के अंतर्गत जल संग्रहण एवं जल संरक्षण पखवाड़े की भव्य शुरुआत हुई। कार्यक्रम में कोट बांध पर 151 दीपों का प्रज्वलन और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच जल आरती कि गई। इस अवसर पर ग्रामीण महिलाओं द्वारा कलश यात्रा निकाली गई और मंगल गीतों के माध्यम से जल संरक्षण का संदेश दिया गया। बालिकाओं ने जल और पर्यावरण संरक्षण पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियों दी। इस अवसर पर ग्रामीण महिलाओं को तुलसी के पेड़ वितरित किए गए वहीं जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने पौधारोपण किया। इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने बताया कि वन्दे गंगा जल संरक्षक जन अभियान के तहत गुरुवार को जिले में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। अभियान के तहत तुलसी सहित अन्य पौधों का वितरण, महिलाओं द्वारा मंगल गीत एवं कलश यात्रा तथा कोट बांध पर दीप प्रजवलन जैसे आयोजन किए गए। जिला कलेक्टर ने कहा कि अरावली पहाड़ियों की बीच में करीबन 100 वर्ष पूर्व बनाया गया, यह कोट बांध अपने आप में महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि जल, जंगल ओर जमीन मनुष्य जीवन में बहुत जरूरी है। जिला कलेक्टर ने बताया कि इस अभियान के तहत जिले की जल संरचनाओं के संरक्षण एवं पौधारोपण के कार्य को प्राथमिकता से करवाया जाएगा।
*कोट बांध पर दीपोत्सव बना आकर्षण का केंद्र*
कोट बांध की सीढ़ियों और किनारों पर दीपों की सुनहरी रोशनी ने वातावरण को आध्यात्मिक और पर्यावरणीय संदेशों से ओत-प्रोत कर दिया।
*ये रहे मौजूद*
इस अवसर पर उदयपुरवाटी विधायक भगवानाराम सैनी,
उदयपुरवाटी प्रधान माया गुर्जर, उदयपुरवाटी एसडीएम सुमन सोनल, तहसीलदार रजनी यादव, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामनिवास चौधरी, विकास अधिकारी राजेश कुमार, अधीक्षण अभियंता कृष्ण कुमार बाबल, बनवारी लाल सैनी, विशंभर पूनिया, रामनिवास सैनी, योगेश्वर सिद्ध पीठ की साध्वी डॉ.योगश्री नाथ महाराज, ग्राम पंचायत नांगल के पूर्व सरपंच आशकरण गुर्जर शाहिद सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण में महिलाएं मौजूद रहे।