विश्व भर में शिक्षा के क्षेत्र मे अपना विशिष्ट स्थान रखने के साथ ही देश की प्रसिद्ध प्रयोगशाला सीरी का गौरव हासिल करने वाली पिलानी नगरी पीने के पानी को लेकर त्रस्त थी। पीने के पानी को लेकर हालात बदतर हो जाने से यहां के वाशिंदे, जो अपने रिटायरमेंट के बाद पिलानी में घर बनाकर सकून की जिंदगी जीने की आशा के साथ रह रहे थे, वही पानी की किल्लत से घर बेचने को मजबूर हो गये थे। उनके लिए पूर्व सांसद, सूरजगढ़ की पूर्व विधायक व भाजपा संगठन में प्रदेश महामंत्री संतोष अहलावत के प्रयासों ने पिलानी के आवाम के लिए आस जगाई है कि इस समस्या का निदान होने वाला है।
जननेता की श्रेणी में उसी नेता का नाम सर्वोपरि रखा जा सकता है, जो जनहित को सर्वोपरि रखे न कि निजी स्वार्थ की राजनीति करें। यदि सूत्रों की मानें तो उनके प्रयासों को देखते हुए पूर्व सांसद व विधायक संतोष अहलावत को सच्चे मायने में जननेता कहे तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। आयुष अंतिमा (हिन्दी समाचार पत्र) ने अपने लेखो के माध्यम से जनता की अदालत व सरकार के संज्ञान में इस मानवीय मुद्दे को रखकर पत्रकारिता के मूल्यों को जीवंत रखने की दिशा में प्रयास रखा कि पिलानी को पीने के पानी की समस्या का एकमात्र उपाय है कि पिलानी को कुंभाराम लिफ्ट परियोजना से जोड़ दिया जाए, जो पिलानी से मात्र 12 किलोमीटर की दूरी पर मंड्रेला तक पानी की उपलब्धता है। संतोष अहलावत के अनवरत प्रयासों का परिणाम है कि डबल इंजन सरकार के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने पिलानी शहर के आवाम को ध्यान में रखते हुए 36 करोड़ की एक परियोजना पिलानी शहर के लिए मंड्रेला से भूमिगत पाईप लाईन के जरिए पिलानी मे एक रिजरवर बनाकर इसकी सप्लाई का प्रबंध किया जायेगा। विदित हो पूर्व सांसद संतोष अहलावत को उनके कार्यकाल में लोकसभा में जनहित के मुद्दे उठाने को लेकर उनको बेस्ट सांसद के अवार्ड से भी विभूषित किया जा चुका है। उसी परिपाटी को कायम रखते हुए अपनी जननेता की छवि के अनुरूप अनवरत सूरजगढ़ विधानसभा के लिए कुंभाराम लिफ्ट परियोजना का पानी उपलब्ध करवाने को लेकर व पिलानी शहर को भी जोड़ने को लेकर एक दशक से प्रयासरत थी। उनके प्रयासों का परिणाम डबल इंजन सरकार में साकार रूप होकर धरातल पर आने की राह खुली। इसको लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का भी पिलानी की जनभावनाओं को ध्यान में रखकर जिस 36 करोड़ की परियोजना को मंजूरी दी है, उसको लेकर आयुष अंतिमा (हिन्दी समाचार पत्र) के माध्यम से पिलानी का जनमानस उनको तहेदिल से धन्यवाद ज्ञापित करता है। यह उस जन प्रतिनिधि की इच्छा शक्ति का ही परिणाम है कि पिलानी को शीघ्र ही पीने के पानी के संकट से निजात मिलेगी।