बानसूर (रमाकान्त शर्मा): कस्बे के निकटवर्ती रामपुर के पास सरिस्का वन क्षेत्र में गुरुवार को वन विभाग की टीम पर ग्रामीणों द्वारा हमला करने का मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार वन विभाग की टीम जब देव का देवरा में अवैध मंदिर निर्माण को रोकने पहुंची, तो ग्रामीणों ने उन पर हमला कर दिया। हमले में एक वनपाल गंभीर रूप से घायल हो गया व दो अन्य वनकर्मियों को भी चोटें आईं हैं। हमलावरों ने वन विभाग के वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया। वन विभाग ने इस मामले में 15 नामदर्ज सहित करीब 50 अन्य ग्रामीणों के खिलाफ बानसूर थाने में मामला दर्ज करवाया है। वनपाल नाका रामपुर ने बताया कि बांस का कुआं बीट रामपुर में माताजी के मंदिर पर अवैध छत निर्माण किया जा रहा था। सूचना मिलते ही क्षेत्रीय वन अधिकारी ने सहायक वन संरक्षक अकबरपुर से स्टाफ बुलाकर कार्रवाई की। जबकि ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग की टीम ने भंडारे में प्रसाद ले रही महिलाओं और साधु-संतों के साथ बदसलूकी की। ग्रामीणों ने वन विभाग द्वारा दुर्गा माता मंदिर में किए गए निर्माण को तोड़ने और दो साधुओं की हिरासत का विरोध किया था। ग्रामीणों ने रामपुर कस्बे को बंद रखने और अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने का फैसला लिया है तों वहीं वन विभाग के अधिकारियों की रिपोर्ट के अनुसार सरिस्का बाघ परियोजना के ताल वृक्ष क्षेत्र में वन भूमि पर अवैध निर्माण को रोकने गए वन विभाग के कर्मचारियों पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इस घटना में एक वनपाल गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि दो अन्य कर्मचारियों को भी चोटें आई हैं। हमलावरों ने वन विभाग के वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया और महिला कर्मचारियों के साथ अभद्रता की। क्षेत्रीय वन अधिकारी ताल वृक्ष द्वारा बानसूर थाने में दर्ज कराई गई है। रिपोर्ट के अनुसार, वनपाल नाका रामपुर से सूचना मिली थी कि बांस का कुआं बीट रामपुर में माताजी के मंदिर पर छत निर्माण कार्य किया जा रहा है। सूचना पर क्षेत्रीय वन अधिकारी ने सहायक वन संरक्षक अकबरपुर से स्टाफ मांगा और मौके पर पहुंचे। उन्होंने बानसूर थानाधिकारी को भी दूरभाष पर सूचित कर मदद के लिए बुलाया, जिन्होंने समय पर पुलिस बल उपलब्ध करा दिया तों वहीं सहायक वन संरक्षक चेतन कुमार बी.वी. (आईएफएस) ने मौके पर मौजूद लोगों को वन क्षेत्र में निर्माण कार्य की नियम विरुद्धता के बारे में समझाया। हालांकि ग्रामीण भड़क गए और निर्माण कार्य जारी रखने की बात कहने लगे। जब वन विभाग के कर्मचारियों ने निर्माण रोकने का प्रयास किया, तो नामजद लोगों और अन्य ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया। इस पथराव में सहायक वनपाल नाका किशनपुर रामवीर गुर्जर के सिर में गहरी चोट लगी, जबकि वाहन चालक दिलखुश और होम गार्ड अशोक शर्मा भी घायल हो गए। हमलावरों ने सहायक वन संरक्षक सरिस्का के वाहन और क्षेत्रीय वन अधिकारी के सरकारी वाहन के शीशे भी तोड़ दिए। रिपोर्ट में महिला कर्मचारियों के साथ अभद्रता किए जाने का भी आरोप लगाया गया है।मौके पर चार ट्रैक्टर, 11 बाइक, एक गिट्टी सीमेंट मिक्सर मशीन और एक बोलेरो गाड़ी अवैध रूप से खड़ी पाई गईं। वन विभाग ने आरोपियों के खिलाफ वन संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कराया है, जिसमें कर्मचारियों पर पथराव, सरकारी कार्य में बाधा डालना, महिला कर्मचारियों से अभद्रता और वन क्षेत्र में अवैध प्रवेश आरोप शामिल हैं।
अवैध निर्माण रोकने गई वन विभाग की टीम पर हुआ हमला, ग्रामीणों ने भी लगाए छेड़छाड़ के आरोप
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May 09, 2025
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