पिलानी (राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला): बिरला स्कूल, पिलानी में विद्यार्थियों के मानसिक एवं भावनात्मक स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाने हेतु कक्षा 4 से 10 तक के विद्यार्थियों के लिए दो अत्यंत महत्वपूर्ण कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। इन कार्यशालाओं का संचालन सुप्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक डॉ.शिखा जोशी द्वारा किया गया, जो वर्तमान में एमपावर सेल, बीआईटीएस पिलानी में काउंसलर के रूप में कार्यरत हैं। कक्षा 9-10 के छात्रों के लिए आयोजित सत्र का विषय था “परीक्षा तनाव प्रबंधन”, जिसमें डॉ.जोशी ने विद्यार्थियों को समझाया कि हमारे विचार (थॉट्स), हमारी भावनाओं (इमोशन्स) को प्रभावित करते हैं और यही भावनाएं हमारे व्यवहार व प्रदर्शन को निर्धारित करती हैं। उन्होंने छात्रों को सकारात्मक चिंतन, विश्रांति तकनीकें, सजगता अभ्यास जैसे प्रभावी उपायों का अभ्यास कराया।
प्राचार्य धीरेंद्र सिंह ने इस अवसर पर कहा –इस प्रकार की कार्यशालाएं विद्यार्थियों के समग्र विकास हेतु अत्यंत आवश्यक हैं।
प्रधानाध्यापक एसपी आनंद (डे विंग-सीनियर) ने कहा –परीक्षा का तनाव कम कर सकारात्मक दृष्टिकोण से पढ़ाई करना आज की जरूरत है। साथ ही, कक्षा 4-5 के बच्चों के लिए समानांतर रूप से एक अत्यंत संवेदनशील विषय “सुरक्षित और असुरक्षित स्पर्श” पर कार्यशाला आयोजित की गई। इस सत्र में डॉ.शिखा जोशी ने बच्चों को "अच्छा स्पर्श-बुरा स्पर्श", "ना का मतलब ना", और "विश्वसनीय वयस्क से साझा करना" जैसे बुनियादी संदेशों को सरल और चित्रात्मक ढंग से समझाया। उन्होंने बच्चों को यह भी सिखाया कि किसी भी असहज स्थिति में उन्हें बिना झिझक सहायता लेनी चाहिए।
प्रधानाध्यापक भूपन शर्मा (डे विंग-जूनियर) ने कहा “छोटे बच्चों को सुरक्षित व्यवहार की शिक्षा देना भविष्य निर्माण की नींव है।” इस सफल आयोजन के पीछे कार्यशाला समन्वयक तसनीम कौसर की सक्रिय भूमिका रही। इनके साथ पंकजा पंत, के बाबा चौधरी (पीजीटी फिजिक्स) एवं दीपा भारद्वाज ने विशेष सहयोग प्रदान किया।
विद्यालय परिवार ने डॉ.शिखा जोशी का हार्दिक आभार व्यक्त किया और छात्रों के मानसिक, भावनात्मक और नैतिक विकास हेतु भविष्य में भी इस प्रकार की उपयोगी कार्यशालाओं के आयोजन की प्रतिबद्धता जताई।