जयपुर (श्रीराम इंदौरिया): "IP Nexus 2025: नवाचार और रचनात्मकता की सुरक्षा" अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी, स्वामी केशवानंद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एंड ग्रामोथान द्वारा आयोजित किया गया। इस सम्मेलन मेँ बौद्धिक संपदा (IP) सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की और विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को आकर्षित किया। चर्चाओं में IP सुरक्षा में आने वाली नई चुनौतियां, पेटेंट रणनीतियां, डिजिटल युग में कॉपीराइट मुद्दे, और मनोरंजन, औद्योगिक डिज़ाइन और फार्मास्यूटिकल्स जैसे क्षेत्रों में IP से संबंधित चिंताएं शामिल थीं। डॉ.रमेश मित्तल, जिन्होंने "भौगोलिक संकेत" और भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम पर अपने विचार व्यक्त किए, डॉ.अश्विन एम.दलवी, जिन्होंने राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने में IP की भूमिका पर जोर दिया और डॉ.रोहित जैन, वरिष्ठ बौद्धिक संपदा वकील, राजस्थान, जिन्होंने बौद्धिक संपदा अधिकारों पर एक संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ.जैन ने बौद्धिक संपदा अधिकारों के महत्व पर प्रकाश डाला और बताया कि इन अधिकारों का संरक्षण नवाचार को बढ़ावा देने और वैश्विक स्तर पर रचनात्मकता को संरक्षित करने में अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनका भाषण विशेष रूप से छात्रों के लिए प्रेरणादायक था, जिससे उन्हें IP के महत्व को और गहराई से समझने की प्रेरणा मिली। संगोष्ठी की भूमिका पर प्रोफेसर बीएल शर्मा ने प्रकाश डाला, डॉ.सविता चौधरी, डॉ.प्रवीण कुमार जैन और डॉ.मानसवी दीक्षित ने अतिथियों का स्वागत किया। डॉ.गीतिका पाटनी ने कार्यक्रम का संचालन किया, जिसमें डॉ.ऋषि व्यास, डॉ.प्रवीण कुमार जैन, डॉ.प्रवीन सारस्वत, डॉ.राजेश राजन और पवन पाटीदार भीं उपस्थित रहे। सम्मेलन ने रचनात्मकता और नवाचार को समर्थन देने के लिए मजबूत बौद्धिक संपदा ढांचे की आवश्यकता पर जोर दिया और IP से जुड़े नीति-निर्माण, उद्योग रणनीतियों, और वैश्विक चुनौतियों पर प्रमुख चर्चाएँ की।
IP Nexus 2025: नवाचार और रचनात्मकता की सुरक्षा पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन सफलतापूर्वक संपन्न
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April 26, 2025
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