जयपुर: विप्र फाउंडेशन की ओर से परशुराम जन्मोत्सव पर आयोजित की जाने वाली भव्य शोभायात्रा रविवार शाम निकलेगी। विप्र फाउंडेशन जोन-1 के प्रदेशाध्यक्ष राजेश कर्नल ने बताया कि परशुराम जन्मोत्सव शोभायात्रा रविवार शाम 5 बजे मानसरोवर स्थित केएल सैनी स्टेडियम से रवाना होकर विभिन्न मार्गों से होते हुए शिप्रा पथ स्थित नवनिर्मित परशुराम ज्ञानपीठ पहुंचेगी, जहां एक धर्म सभा का भी आयोजन रखा गया है। इस अवसर पर समाज के प्रमुख समाजजनों को सम्मानित भी किया जाएगा। विप्र फाउंडेशन की ओर से नवनिर्मित श्रीपरशुराम ज्ञानपीठ में 28 से 30 अप्रैल तक अक्षय अनुष्ठान और मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के धार्मिक आयोजन भी होंगे। धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने के लिए देशभर से संस्था के पदाधिकारी भी जयपुर पहुंच रहे है।
*श्रीपरशुराम ज्ञानपीठ भवन बनकर तैयार, 27 से 30 तक विशेष आयोजन: सर्व प्रथम विराजित होंगे भगवान परशुराम*
विप्र फाउंडेशन राष्ट्रीय परिषद की बैठक में भगवान श्रीपरशुराम जन्मोत्सव को लोकपर्व के रूप में मनाने का निश्चय किया गया।
विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा ‘गुरुजी’ की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय परिषद में जयपुर में नवनिर्मित श्री परशुराम ज्ञानपीठ भवन को लेकर विशेष फोकस रहा। उन्होंने बताया कि इस भवन में परशुराम जयंती लोकपर्व के तहत 27 से 30 अप्रैल तक विशेष पूजा अनुष्ठान के आयोजन होंगे। इस धार्मिक अनुष्ठान की कड़ी में 27 तारीख को एक शोभायात्रा भी निकाली जाएगी। 28 से 30 अप्रैल तक पूजन-हवन एवं प्राण प्रतिष्ठा का अक्षय अनुष्ठान के साथ भगवान श्री परशुराम जी की दिव्य मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होगी। इस भवन में संचालित की जाने वाली गतिविधियों के लिए राजस्थान के पूर्व पुलिस महानिदेशक ओमेन्द्र भारद्वाज को अध्यक्ष तथा सेवानिवृत्त आईपीएस हरिप्रसाद शर्मा को कार्यकारी अध्यक्षता वाली एक 13 सदस्यीय प्रबंधन समिति का भी गठन किया गया है। राष्ट्रीय महामंत्री पवन पारीक ने बताया कि भवन लोकार्पण का आयोजन बाद में होगा, जिसकी तिथि भी शीघ्र घोषित की जाएगी। बैठक में विप्र फाउंडेशन के संस्थापक सुशील ओझा ने बताया कि संयोजक परमेश्वर शर्मा की अगुवाई में अरुणाचल प्रदेश में श्री परशुराम की 54 फ़ीट मूर्ति स्थापना का कार्य भी तीव्र गति से प्रगति पर है। बैठक का संचालन डॉ.सुनील शर्मा सीए ने किया। रमेश शर्मा ने कार्य विवरण प्रस्तुत किया। सत्यनारायण श्रीमाली एवं सतीश चंद्र शर्मा ने ज्ञानपीठ निर्माण की प्रगति रिपोर्ट देते हुए बताया कि साठ हजार वर्ग फीट का भव्य छह मंजिला भवन लगभग पूर्ण हो चुका है। महावीर प्रसाद शर्मा ने आर्थिक विवरण प्रस्तुत किया। संरक्षक बनवारी लाल सोती के आशीर्वचन के साथ परिषद की वार्षिक बैठक का समापन हुआ ।
*परशुराम जयंती पर भूमि पूजन कर कार्य प्रारंभ*
शिप्रा पथ, मानसरोवर में वर्ष 2018 में तत्कालीन सरकार द्वारा 1994 वर्ग मीटर भूमि विप्र फाउन्डेशन को रियायती दर पर आवंटित की गई। नियमानुसार राजस्थान आवासन मंडल से लीज डीड प्राप्त कर, छ मंजिले प्रस्तावित भवन का नक्शा अनुमोदित करवाकर 2022 की परशुराम जयंती पर भूमि पूजन कर कार्य प्रारंभ किया गया।
तीन वर्ष की निरन्तर मेहनत, दानदाताओं का सहयोग, विप्र फाउन्डेशन के केंद्रीय नेत्तृत्व एवं विप्र फाउन्डेशन के संस्थापक, संयोजक सुशील ओझा के पल पल के मार्गदर्शन से आज लगभग 60000 वर्ग फिट का छ मंजिला भवन, श्री परशुराम ज्ञानपीठ, सेंटर फॉर एक्सिलेंस बनकर लोक समर्पण को आतुर है। भवन में, तलघर में बड़ी पार्किंग है, उससे ऊपर बड़ा आधुनिक सुसज्जित सभागार है। उसके ऊपर दो बड़े कॉन्फ्रेंस हाल, आफिस, स्वागत कक्ष, मंदिर, 5 अतिथि कक्ष आदि है। दो मंजिलों में कोचिंग सेंटर, लाइब्रेरी, बाबू मोशाय, वैदिक रिसर्च, स्टार्टअप, स्किल विकास आदि है। भवन की छठी मंजिल पर कन्या छात्रावास, मेस, डायनिंग हॉल है। भवन के ऊपर विशाल छत पर यज्ञ शाला होगी।
भवन में सभी हाल, कमरे आदि एसी, सीसीटीवी, इंटरकॉम, फर्नीचर से सुसज्जित होंगे। भवन पर लगभग 14 करोड़ रुपए की लागत आई हैं।