कोटपूतली (रमेश बंसल मुन्ना): क्षेत्र के ग्राम सुन्दरपुरा में एक 29 वर्षिय विवाहिता की संदिग्धावस्था में मृत्यु हो जाने का मामला सामने आया है। मामले में शक इसलिये गहरा रहा है कि ससुराल पक्ष के लोगों ने जल्दबाजी में बिना पीहर पक्ष को सूचित किये ही मृतका का अन्तिम संस्कार कर दिया। यही नहीं आनन-फानन में दाह संस्कार कर सुन्दरपुरा मोक्ष धाम से रफूचक्कर भी हो गये। घटना की सूचना पर जब पीहर पक्ष के लोग श्मशान घाट पर पहुँचे तो वहाँ शव जलते हुये मिला, जबकि ससुराल पक्ष के लोग समेत ग्रामीण मौके से नदारद थे। इसकी सूचना पीहर पक्ष ने पुलिस को दी तो डीएसपी राजेन्द्र बुरडक समेत कोटपूतली एसएचओ राजेश शर्मा, पनियाला एसएचओ मोहर सिंह एवं सरूण्ड एसएचओ बाबूलाल मीणा मय जाप्ते के श्मशान घाट पर पहुँच गये। जहाँ पुलिस टीम ने श्मशान घाट पर जाँच भी की। साथ ही अलवर से पहुँची एफएसएल की टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाये है।
*वर्ष 2020 में हुआ था मृतका स्नेहलता का विवाह*
डीएसपी राजेन्द्र बुरडक ने जानकारी देते हुये बताया कि मृतका स्नेहलता (29) का विवाह वर्ष 2020 में ग्राम सुन्दरपुरा निवासी महेन्द्र कसाना (30) के साथ हुआ था। दोनों के 02 वर्ष का एक पुत्र है। महेन्द्र सीमेंट फैक्ट्री में काम करता है। इस सम्बंध में मृतका के भाई ग्राम झीड़ा की ढ़ाणी निवासी गजेन्द्र सिंह ने पुलिस को शिकायत देते हुये बताया कि वर्ष 2020 में शादी के बाद से ही ससुराल वाले उसकी बहन स्नेहलता को दहेज के लिये परेशान कर रहे थे। गजेन्द्र सिंह ने बताया कि शुक्रवार 18 अप्रैल को वह अपने पुत्र की शादी का कार्ड बांटने के लिये रिश्तेदारी में गया था। सुबह करीब 08 बजे एक रिश्तेदार का फोन आया। जिसने बताया कि स्नेहलता की मृत्यु हो गई है। सुन्दरपुरा में 4-5 लोग अन्तिम संस्कार कर रहे है। इस पर करीब 09.30 बजे जब सुन्दरपुरा मोक्ष धाम पहुँचकर देखा तो उनकी बहन का अन्तिम संस्कार हो चुका था एवं मौके पर कोई भी मौजूद नहीं था। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। गजेन्द्र सिंह ने यह भी बताया कि दो दिन पूर्व ही उसकी अपनी बहन स्नेहलता से बात हुई थी। तब उसने भतीजे की शादी के लिये जल्द लेकर जाने के लिये कहा था। साथ ही यह भी कहा था कि वे ससुराल पक्ष के लोगों को परेशान ना करने के लिये समझायें। फिलहाल पुलिस मामले की जाँच कर रही है। डीएसपी राजेन्द्र बुरडक का कहना है कि दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। पीहर पक्ष के लोगों ने दहेज प्रताडऩा व हत्या का आरोप लगाते हुये रिपोर्ट दी है। मामले में शक की सुई इसलिये भी गहरा रही है कि ससुराल पक्ष के लोगों ने बिना पीहर पक्ष को सूचित किये मृतका का अन्तिम संस्कार किया जो कि साक्ष्य मिटाने का एक सम्भावित प्रयास भी हो सकता है। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुये जाँच कर रही है।
*पीहर पक्ष की माँग हो निष्पक्ष जाँच*
कुल मिलाकर पुरा मामला एक दर्दनाक मृत्यु एवं मानवीय मूल्यों को झकझोर कर रख देने वाला है। बेटी की मृत्यु की सूचना मिलने पर जैसे ही माँ-बाप व भाई सुन्दरपुरा स्थित श्मशान घाट पहुँचे तो वहाँ किसी के भी ना मिलने से जहाँ वे एक और स्तब्ध रह गये। वहीं दुसरी ओर बेटी की जलती चिता देखकर उनके आंसू भी फूट पड़े। भाई गजेन्द्र सिंह ने रोते हुये मीडिया को बताया कि शादी के बाद से ही उसकी बहन को दहेज के लिये निरन्तर प्रताडि़त किया जा रहा था। जिसकी शिकायत वह कई बार उन्हें कर चुकी थी। साथ ही अपने बेटे के लिये अन्याय को सह रही थी। पीहर पक्ष के लोगों का कहना है कि यह सुनियोजित हत्या है, जिसकी गहनता से जाँच कर दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही होनी चाहिये। अब देखना यह है कि मामले में पुलिस किसी हल तक पहुँचती है या फिर मामला सिफर साबित होता है।