कोटपूतली (रमेश बंसल मुन्ना): जिले में तम्बाकू मुक्ति उपचार एवं परामर्श सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिये गुरूवार को सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। सीएमएचओ डॉ.आशीष सिंह शेखावत ने बताया कि प्रशिक्षण का मुख्य उद्धेश्य भारत सरकार द्वारा निर्धारित गाईडलाईन के अनुरूप तम्बाकू मुक्ति उपचार एवं परामर्श सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिये सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के स्तर पर तम्बाकू उपभोगियों की पहचान कर उन्हें तम्बाकू छोडऩे के लिये तकनीकी सहायता एवं परामर्श प्रदान करना है। प्रशिक्षण में स्टेट से अति स्टेट प्रोग्राम ऑफिसर नरेन्द्र सिंह ने सीएचओ को प्रशिक्षण प्रदान किया। उन्होंने बताया कि जिले में तम्बाकू मुक्ति परामर्श एवं उपचार सेवाओं के विस्तार के लिये समस्त आयुष्मान आरोग्य मन्दिर के स्तर पर तम्बाकू उपभोगियों को तम्बाकू छोडऩे के लिए प्रेरित किया जाना आवश्यक है। जिला चिकित्सालय कोटपूतली में प्रदान की जा रही तम्बाकू मुक्ति परामर्श एवं उपचार सेवाओं की समीक्षा भी की गई तथा सेवाओं मे आवश्यक सुधार हेतु निर्देशित करते हुये सभी प्रतिभागियों के समन्वित प्रयासों से तम्बाकू मुक्ति उपचार परामर्श केन्द्र पर अधिक से अधिक तम्बाकू उपभोगी मरीजों को रैफर करने हेतु निर्देशित किया गया। तम्बाकू मुक्ति उपचार केन्द्र को निर्देशित किया गया कि अस्पताल में ओपीडी में आने वाले तम्बाकू उपभोगी मरीजों की अधिक से अधिक काउंसिल करें। ताकि मरीजों को निकोटीन रिप्लेसमेंट थैरेपी माध्यम से प्रभावी चिकित्सकीय उपचार दिया जा सकें। डीएनओ रविकांत जॉगिड़ ने तम्बाकू मुक्ति उपचार परामर्श केन्द्र के तकनीकी बिन्दुओं को फोकस करते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन की एम-पॉवर रणनीति की चर्चा की एवं प्रतिभागियों को तम्बाकू उपभोगी मरीजों की शारीरिक मानसिक व्याधियों को व्यावहारिक रूप से समाधान बताया। तम्बाकू उपभोगी मरीजों को वैज्ञानिक एवं चिकित्सकीय विधि से काउंसलिंग करते हुये तम्बाकू उत्पाद छोडऩे हेतु प्रेरित करें एवं नियमित रूप से मरीजों का फॉलोअप करें। भारत सरकार के ग्लोबल एडल्ट सर्वे 1 एवं ग्लोबल एडल्ट सर्वे 2 सर्वे के तहत तम्बाकू उपभोगी मरीजों को यथास्थिति डेटा के तुलनात्मक प्रदर्शन के माध्यम से बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से लोगों की मनोवृति में परिवर्तन आया है। साईकोलॉजिस्ट डॉ.संगीता जोधा ने प्रतिभागियों को विस्तार से तम्बाकू छोडऩे के लिए रोगियों का क्विट प्लान बनाये जाने तथा एनआरटी दवाईयों के उपयोग के विषय में जानकारी प्रदान की। एमआईएस अधिकारी सिमरन ने भारत एवं राज्य सरकार के तम्बाकू नियंत्रण कानूनों के बारे में बताया। कार्यशाला में मनोचिकित्सक द्वारा तम्बाकू मुक्ति के व्यवहारिक पहलूओं के सबंध में जानकारी दी गई। डीएनओ रविकांत जॉगिड़ द्वारा राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के माध्यम से जिले में टोबेको फ्री युथ केम्पेन के तहत आयोजित की गई गतिविधियों व उपलब्धियों के विषय में विस्तार से जानकारी देते हुये बताया गया कि जिले की समस्त ग्राम पंचायतों द्वारा तम्बाकू निषेध के नियमों की पालना के सबंध में प्रस्ताव प्रारित किये गये है तथा विधालयों को तम्बाकू मुक्त बनाया जा रहा है।
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