जोधपुर: क्या कोई ऐसा पुलिस अधिकारी आपने भी देखा है जो अपनी ड्यूटी के अलावा भी अपने बचे हुए समय को भी पीड़ित मानवता की सेवा में समर्पित कर दे। जी हां, ऐसे ही एक पुलिस अधिकारी जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार है, जिन्होंने अपने कार्यालय समय के बाद अपने निवास पर भी परिवादियों के लिए 24 घंटे और सातों दिन के लिए सुनवाई करने के लिए दफ्तर खोल दिया है। जोधपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक विकास कुमार ने फरियादियों के लिए अब एक और नवाचार किया है। अब 24 घंटे और सातों दिन अपने निवास पर आईजी परिवादियों की समस्याएं सुनेंगे। इसके लिए अपने निवास पर "अहनिश सेवामहे" नाम से 24 घंटे चलने वाला परिवादी कक्ष का उद्घाटन किया है। "अहनिश सेवामहे" का अर्थ होता है रात दिन सेवा के प्रति समर्पण। रेंज आईजी विकास कुमार ने नवाचार करते हुए 24 घंटे होने वाला परिवादी कक्ष की स्थापना का उद्घाटन परिवादी से ही करवाया। इस दौरान रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया कि जोधपुर रेंज के दूर दराज से आने वाले परिवादी अपनी समस्या को लेकर आते हैं लेकिन कई बार ऐसा होता है कि समस्याएं सुनते-सुनते शाम हो जाती है और कई परिवादी छूट जाते हैं। उनके रात के रुकने और उनकी समस्या का समाधान नहीं होता। दूर से आने वाले परिवादी पैसे खर्च करके आते हैं। उनकी समस्या का समाधान हो सके, इसके लिए अब 24 घंटे और सातों दिन उन्हीं की समस्याओं को सुना जाएगा। इसके साथ ही इस कक्ष के अलावा आने वाले परिवादी को चाय नाश्ता और पानी की व्यवस्था भी की गई ताकि पारिवादी को इधर-उधर भटकना न पड़े। परिवादी की समस्या सुनना हमारी प्राथमिकता है। उनकी समस्या का समाधान हो सके, इसके लिए रेंज आईजी ने नवाचार करते हुए एक कक्ष की स्थापना की, जिसमें 24 घंटे एक कर्मचारी वहां पर रहेगा और इसके साथ ही रेंज आईजी भी अपने कार्यालय के अलावा इस कक्ष में सुनवाई करेंगे। गौरतलब है कि फिल्मों में तो ईमानदार और कर्मठ पुलिस अफसर का किरदार लगभग सभी ने देखा होगा लेकिन वास्तविकता में अगर रियल सिंघम है तो वह आईजी विकास कुमार है क्योंकि वे जहां भी पोस्टेड रहे, वहां उन्होंने इतिहास रचा। इसके साथ ही जहां भी रहे, वहां अपराधियों में भय और आमजन में विश्वास के स्लोगन को हमेशा सार्थक किया है। यह योग है कि आमजन में यह विश्वास बनाया है कि अपराधियों के लिए पुलिस नाक में नकेल डालने का काम करती है। वर्तमान में जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने अपने कार्यालय समय के बाद भी निवास पर परिवादियों के लिए दफ्तर खोलना निश्चय पीड़ित मानवता की सेवा में एक अनूठा काम है, जिसकी सराहना होनी चाहिए।
24×7 परिवादियों के लिए समर्पित आईजी विकास कुमार ने अपने निवास पर भी सुनवाई करने का खोला दफ्तर
By -
April 18, 2025
0
Tags: