पिलानी (राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला): बिरला स्कूल पिलानी में POSH (कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न रोकथाम अधिनियम) और POCSO (बाल यौन अपराध संरक्षण अधिनियम) पर एक महत्वपूर्ण कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों को विद्यालय में सुरक्षित, समावेशी और संवेदनशील वातावरण सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश और कानूनी जानकारी प्रदान करना था। कार्यशाला का नेतृत्व वंदना बंगा ने किया, जो शिक्षा, शिक्षक प्रशिक्षण और विद्यालय प्रबंधन में व्यापक अनुभव रखती हैं। वे POSH और POCSO TTT प्रमाणित विशेषज्ञ हैं और विद्यालयों में सुरक्षा मानकों को सुदृढ़ करने के लिए समर्पित हैं।
इस कार्यशाला में प्रमुख रूप से
POSH और POCSO कानूनों की विस्तृत समझ–शिक्षकों को इन कानूनों के मूलभूत प्रावधानों और विद्यालय में उनकी भूमिका को स्पष्ट किया गया। संवेदनशील स्थितियों की पहचान, छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना, रिपोर्टिंग और निवारण प्रक्रियाएँ – किसी भी घटना की रिपोर्टिंग, परामर्श, और प्रभावी समाधान की प्रणाली पर चर्चा की गई।
शिक्षकों की नैतिक और कानूनी जिम्मेदारियाँ–विद्यार्थियों की सुरक्षा के प्रति शिक्षकों की भूमिका और दायित्वों को स्पष्ट किया गया। कार्यशाला का समापन प्रश्नोत्तर सत्र से हुआ, जिसमें शिक्षकों ने अपनी शंकाओं का समाधान पाया और वास्तविक जीवन की स्थितियों पर चर्चा की। प्रधानाचार्य धीरेंद्र सिंह, प्रधानाध्यापक (DWS) एसपी आनंद एवं प्रधानाध्यापक बूपन शर्मा (DWJ) ने इस प्रशिक्षण की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि "विद्यालय केवल शिक्षा का केंद्र नहीं, बल्कि छात्रों की सुरक्षा और समग्र विकास का दायित्व भी निभाता है।" यह कार्यशाला शिक्षकों को सतर्क, जागरूक और उत्तरदायी बनाने की दिशा में एक प्रभावी कदम साबित हुई, जिससे वे विद्यालय में सुरक्षित और सकारात्मक शैक्षिक माहौल बनाए रखने में अधिक सक्षम होंगे। इस कार्यशाला के आयोजन के लिए कार्यशाला समन्वयक गौरव श्रीवास्तव का धन्यवाद ज्ञापित किया गया ।