जयपुर (श्रीराम इंदौरिया): अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) द्वारा आयोजित स्टूडेंट एक्सपीरियंस इन इंटर-स्टेट लिविंग (SEIL) प्रकल्प के तहत हेलन लेप्चा ग्रुप का जयपुर में भव्य स्वागत किया गया। पूर्वोत्तर भारत आए इस समूह का नाम सिक्किम की महिला स्वतंत्रता सेनानी हैंलन लेपचा के नाम पर रखा गया है। जिसमे पूर्वोत्तर भारत के 8 राज्य मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, आसाम, नागालैंड और सिक्किम के छात्र शामिल हुए है। प्रथम दिन प्रतिनिधि मंडल राजस्थान विधानसभा पहुंचे, जहां माननीय विधानसभा अध्यक्ष प्रो.वासुदेव देवनानी ने SEAL यात्रा के प्रतिनिधि मंडल का स्वागत किया। प्रतिनिधि मंडल के साथ शिष्टाचार मुलाकात में प्रो.वासुदेव देवनानी ने अपने उद्बोधन में बताया कि विविधता भारत की विशेषता लेकिन मूल में भारतीयता है, जिसे हमे स्मरण रखना चाहिए।सील की यह यात्रा भारत की विविधता भरी संस्कृति को जीवित रखने का न केवल सशक्त माध्यम है अपितु विभिन्न संस्कृतियों के मध्य सेतु के रूप में कार्य करती है। प्रतिनिधि मंडल ने विधानसभा की कार्यप्रणाली को समझते हुए विधानसभा म्यूजियम का भी अवलोकन किया। विधानसभा के भ्रमण के अनुभव द्वारा छात्रों को लोकतांत्रिक प्रक्रिया और भारत के संविधान को व्यवहार रूप में निकटता से देखने का अवसर मिला। प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MNIT) का भी भ्रमण किया। जहां छात्रों ने संस्थान की नवीनतम तकनीकों और शैक्षणिक प्रगति का अवलोकन किया। वहां MNIT के संकाय सदस्यो से संवाद में छात्रों ने तकनीकी शिक्षा और नवाचारों से जुड़े विषयों पर विचार-विमर्श किया। इसके पश्चात राजस्थान विश्वविद्यालय में प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय पुस्तकालय का भ्रमण किया और डिजिटल पुस्तकालय व प्राचीन ग्रंथों का अध्ययन किया। राजस्थान विश्वविद्यालय के भूगर्भ शास्त्र विभाग में छात्रों ने चट्टानों और जीवाश्मों के माध्यम से पृथ्वी की उत्पत्ति और जीवन विकास के विभिन्न पहलुओं को जाना। दिन के अंत में राजस्थान विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.अल्पना कटेजा और शिक्षकों के साथ एक संवाद सत्र आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों ने अपने विचार और अनुभव साझा किए। सील यात्रा छात्रों को विभिन्न संस्कृतियों, परंपराओं और सामाजिक जीवन के बारे में निकट से समझने का अवसर प्रदान कर रही है। आगामी दिनों में भी प्रतिनिधिमंडल राजस्थान की सांस्कृतिक और सामाजिक समृद्धि का अनुभव करेगा। इस यात्रा का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ करना और विभिन्न संस्कृतियों के बीच संवाद और सहयोग को बढ़ावा देना है।
विविधता भारत की विशेषता लेकिन मूल में भारतीयता: प्रो.वासुदेव देवनानी, विधानसभा अध्यक्ष, राजस्थान विधानसभा
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January 29, 2025
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