श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन सुनाया श्रीकृष्ण सुदामा मिलाप प्रसंग

AYUSH ANTIMA
By -
0


दौसा : शहर की मारुति कॉलोनी स्थित श्री पुष्पेश्वर महादेव मन्दिर पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन पंडित परमानन्द शास्त्री ने कथा समापन के दौरान भक्तों को भागवत को अपने जीवन में उतारने की बात कही, जिससे सभी लोग धर्म की ओर अग्रसर हो। कथा के अंतिम दिन शिशुपाल वध की कथा सुनाई एवं सुदामा चरित्र के माध्यम से भक्तों के सामने दोस्ती की मिसाल पेश की और समाज में समानता का संदेश दिया। सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि मित्र हो तो सुदामा जैसा, जिसने निष्पक्ष भाव से श्रीकृष्ण के साथ मित्रता की। उन्होंने आह्वान किया कि हर व्यक्ति को श्रीकृष्ण-सुदामा की मित्रता से सीख लेते हुए ऐसे ही मित्रता के मार्ग पर चलना चाहिए। कथा के मुख्य यजमान कल्याण सहाय सैनी ने बताया कि सच्चा मित्र वही है, जो विपत्ति में साथ दे। भंडारी से पधारे नवल सैहणा ने सुदामा का शानदार अभिनय कर श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया। महिलाओं ने भजनों पर जमकर नृत्य किया। भागवत कथा के समापन पर सभी की आंखें भाव विभोर हो गई। आगामी दो दिवस श्री रामचरित मानस के अखण्ड पाठ होंगे। 
मिडिया प्रभारी कवि कृष्ण कुमार सैनी ने जानकारी दी कि इस दौरान संरक्षक मूलचन्द सैनी, अध्यक्ष कन्हैया लाल सैनी, संगठन मंत्री बृजकिशोर तिवाड़ी, कोषाध्यक्ष राधागोविन्द शर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रभुदयाल शर्मा, रविन्द्र चतुर्वेदी, उमेश शर्मा, एडवोकेट रमेशचंद सैनी, मूलचंद सैनी मास्टर, बनवारी लाल सैनी, पार्षद प्रदीप शर्मा, पार्षद आशा खंडेलवाल, मुकेश शास्त्री, भंवर प्रजापत, पन्नालाल गुरूजी, भीमसिंह गुर्जर, विष्णु खत्री, मोहनलाल, गुलाब सैनी, बाबूलाल गुप्ता, रामकरण शर्मा,कन्हैया लाल सैनी, नोरतन सैनी, राधामोहन गुप्ता, चंद्रप्रकाश तिवाड़ी, सतीश गुप्ता, चिरंजीलाल, लल्लू सैनी, सत्यनारायण, बाबूलाल सैनी आदि श्रद्धालु उपस्थित रहे।
Tags:

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!