अलवर: शहर में उस समय बड़ा हादसा हो गया, जब एक डंपर हनुमान चौराहे से 500 मीटर आगे मिट्टी लेकर बगड़ के तिराहा जा रहा था और अचानक ही डंपर 25 फीट गहरे गड्ढे में समा गया। शहर में यह फिल्मी स्टाईल में हुआ वाक्या नेशनल हाईवे 248 A का है, जहां पर एक बड़ा हादसा हो गया। सुबह साढ़े 8 बजे मिट्टी से भरा डंपर सड़क में धंस गया। डंपर के धंसते ही 25 फीट चौड़ा और गहरा गड्ढा सड़क पर बन गया। गड्ढे में डंपर के आगे का हिस्सा ऊपर और पीछे का नीचे धंसा रहा, इससे ड्राइवर की जान बच गई। यह हादसा हाईवे निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़ा कर रहा है। हाईवे को ढाई साल पहले 118 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया था। बड़ी क्रेन को मंगवाकर उसे निकालने की कोशिश की गई लेकिन नहीं निकल सका। इसके बाद दूसरी क्रेन को मंगवाकर निकाला गया। करीब 5 घंटे तक जाम लगा रहा, डंपर में करीब 20 टन वजन था। डंपर ड्राइवर सहीराम ने बताया कि डंपर में मिट्टी भरकर अलवर के पास बगड़ तिराहा जा रहा था। हनुमान सर्किल से करीब 500 मीटर आगे जेएस फॉर व्हील्स के सामने साइड वाली लेन पर था। अचानक ट्रक नीचे चला गया और मेरी आंखों के सामने अंधेरा छा गया था। इतना भी होश नहीं रहा कि केबिन से बाहर से छलांग लगा सकूं। आस-पास के लोगों ने बाहर निकाला। एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि हाइवे के कुछ हिस्से का निर्माण करीब ढाई साल पहले हुआ है। करीब 10 किलोमीटर की रोड को 118 करोड़ रुपए में बनाया गया था, जिस पर टोल प्लाजा भी है। इसी जगह से पानी और सीवरेज की लाइन को भी डाला गया है। पानी की लीकेज से जमीन बैठ जाती है, इसे सड़क धंसने का कारण माना जा रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया, जिसके चलते यह हादसा हुआ। प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। प्रशासन ने हादसे के लिए जिम्मेदार ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।
गौरतलब है कि अलवर शहर से निकलते ही यह रोड अलवर शहर को बगड़ के तिराहे होते हुए रामगढ़-नौगांवां रोड से लिंक करती है। यहां से रोजाना हजारों की संख्या में वाहनों की आवाजाही होती है। इस तरह से रोड का धंसना सरकारी तंत्र पर सवालिया निशान लगाता है। वहीं कहीं ना कहीं इस बड़े हादसे से भ्रष्टाचार की बू आने के चलते एक बड़ी पोल खुलने की संभावना नजर आ रही है। अब यह देखने का विषय रहेगा कि शहर में ऐसी खतरनाक और इतनी मजबूत रोड तो नहीं है, जो कि कभी भी जमीन में धंस सकती हो और कभी भी बड़े हादसे को निमंत्रण दे सकती हो, यह जांच का विषय है।