जयपुर (श्रीराम इंदौरिया): नीरजा मोदी स्कूल में कक्षा 4 की छात्रा अमायरा की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई आत्महत्या को लेकर अभिभावकों में गहरा आक्रोश है। इसी कड़ी में संयुक्त अभिभावक संघ राजस्थान ने घोषणा की है कि 05 नवम्बर 2025, बुधवार को शाम 4:30 बजे स्कूल के बाहर #JusticeForAmaira अभियान के तहत शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और मृतका बच्ची को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
संयुक्त अभिभावक संघ के अनुसार इतने बड़े निजी स्कूल में एक मासूम छात्रा की जान चली जाना केवल एक पारिवारिक त्रासदी नहीं बल्कि शिक्षा व्यवस्था की अमानवीयता और प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम है। विद्यालय प्रशासन ने घटना की सूचना पुलिस को देने में देरी की और हादसे के बाद घटनास्थल की सफाई करवाकर साक्ष्य मिटाने का प्रयास किया, यह अत्यंत गंभीर अपराध है।
*संघ ने मांग की है कि*
* स्कूल प्रशासन की भूमिका की निष्पक्ष जांच एनसीपीसीआर (राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग) की गाइडलाइन के अनुसार की जाए।
* विद्यालय का सुरक्षा प्रमाणपत्र और सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट तत्काल निलंबित की जाए जब तक जांच पूरी न हो जाए।
* संबंधित शिक्षकों और जिम्मेदार प्रबंधकों पर एफआईआर दर्ज कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।
* शिक्षा विभाग, पुलिस और बाल अधिकार आयोग संयुक्त रूप से जांच समिति गठित करें और जांच समिति ने अभिभावक प्रतिनिधि को शामिल करे ताकि सच्चाई सामने आए।
संयुक्त अभिभावक संघ के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि “यह केवल अमायरा के माता-पिता की लड़ाई नहीं, बल्कि हर अभिभावक की लड़ाई है। जब स्कूल बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकते, तब शिक्षा के व्यावसायीकरण पर सवाल उठना स्वाभाविक है। नीरजा मोदी स्कूल प्रशासन ने हादसे के तुरंत बाद साक्ष्य मिटाने का प्रयास किया, जो अपने आप में गंभीर अपराध है। हम सरकार और प्रशासन से मांग करते हैं कि अमायरा को न्याय दिलाने के लिए दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए और ऐसी घटनाएं दोबारा न हों इसके लिए ठोस नीतिगत कदम उठाए जाएं।”
संयुक्त अभिभावक संघ ने सभी अभिभावकों, सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों से अपील की है कि वे 05 नवम्बर को शाम 4:30 बजे नीरजा मोदी स्कूल के बाहर एकत्र होकर #JusticeForAmaira अभियान का हिस्सा बनें और इस अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें।