जयपुर (श्रीराम इंदौरिया): आर्य इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (AIETM), ओमैक्स सिटी, अजमेर रोड में कॉलेज प्रबंधन की मनमानी और जबरन ट्रांसफर नीति के खिलाफ शनिवार को छात्रों ने संयुक्त अभिभावक संघ के तत्वाधान में जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों का आरोप है कि कॉलेज प्रबंधन ने मेडिकल कॉलेज निर्माण के नाम पर बी.टेक के 200 से अधिक छात्रों का जबरन ट्रांसफर कुकस, जयपुर स्थित आर्य कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कर दिया है। प्रदर्शनकारी छात्रों ने बताया कि बिना किसी पूर्व सूचना या सहमति के, कॉलेज प्रशासन ने परीक्षा में बैठने से रोकने की धमकी देकर छात्रों से जबरन हस्ताक्षर कराए। छात्रों ने बताया कि जब उन्होंने विरोध किया, तो कॉलेज प्रशासन ने धमकाया कि जो छात्र हस्ताक्षर नहीं करेंगे, उन्हें मिड टर्म्स की परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया जाएगा, साथ ही कॉलेज से जो नंबर भेजे जाते है, वह भी नहीं भेजे जाएंगे। इसी अन्याय के खिलाफ छात्रों ने 27 सितंबर को आमेर थाने में शिकायत भी दर्ज कराई, लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई, इससे अभिभावकों और छात्रों में गहरा आक्रोश व्याप्त है। प्रदर्शनकारी छात्रों ने आरोप लगाया कि कॉलेज प्रबंधन अब आंदोलन को दबाने की साजिश रच रहा है। कभी अवकाश घोषित कर विरोध को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है, तो कभी अभिभावकों पर दबाव बनाते है और हॉस्टल्स में जो छात्र रह रहे है, उनको घर जाने के लिए कहा जा रहा है क्योंकि वह प्रोटेस्ट में शामिल है। इसके अतिरिक्त कॉलेज प्रशासन प्रोटेस्ट बंद करवाने के लिए छात्रों को खुलेआम करियर खराब करने की धमकी दे रहे है। संयुक्त अभिभावक संघ के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि “कॉलेज प्रबंधन का यह रवैया छात्रों के भविष्य के साथ घोर अन्याय है। मेडिकल कॉलेज खोलने की आड़ में 200 से अधिक विद्यार्थियों का सत्र दांव पर लगाया जा रहा है। यदि प्रशासन ने शीघ्र कार्रवाई नहीं की तो संयुक्त अभिभावक संघ छात्रों के साथ आंदोलन छेड़ेगा।”
बिट्टू ने मांग की कि उप मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमचंद बैरवा इस मामले पर तुरंत संज्ञान लें और कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें। साथ ही उच्च शिक्षा विभाग और तकनीकी विश्वविद्यालय से जांच समिति गठित कर छात्रों के हितों की रक्षा करने की अपील की। उन्होंने बताया कि मंगलवार को सभी प्रभावित छात्र संयुक्त अभिभावक संघ के साथ मिलकर उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों और उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा को ज्ञापन सौंपेंगे।