श्रीडूंगरगढ़/बीकानेर (तोलाराम मारू): श्रीडूंगरगढ़ के मेढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज के मंत्री और समाजसेवी ओमप्रकाश धूपड का 22 अक्टूबर की रात्रि को निधन हो गया। उनके निधन से पूरे समाज में शोक की लहर व्याप्त हो गई। समाज के अध्यक्ष ओमप्रकाश कड़ेल (बाना) ने बताया कि ओमप्रकाश धूपड पुत्र राधेश्याम धूपड पिछले काफी समय से अस्वस्थ चल रहे थे और जयपुर के एक निजी अस्पताल में उपचाराधीन थे, जहाँ उन्होंने अंतिम सांस ली। कड़ेल ने बताया कि दिवंगत धूपड समाज के अत्यंत सक्रिय सदस्य थे। उन्होंने अपने जीवनकाल में स्वर्णकार समाज के अनेक छोटे-बड़े सामाजिक, धार्मिक एवं विकासात्मक कार्यक्रमों में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। समाज के हितों की रक्षा और एकता के लिए वे हमेशा तत्पर रहे। ओमप्रकाश के पिता जी-माताजी अभी जीवित है।
उनके निधन की सूचना मिलते ही श्रीडूंगरगढ़ का सराफा बाजार पूरी तरह बंद रहा, वहीं बीकानेर सहित आसपास के क्षेत्रों के स्वर्णकार समाजजनों ने गहरा शोक व्यक्त किया। समाज के वरिष्ठजनों ने बताया कि ओमप्रकाश धूपड का जीवन सेवा, समर्पण और सौहार्द का उदाहरण था। उनके निधन से समाज ने एक सच्चा कर्मयोगी और प्रेरणादायक व्यक्तित्व खो दिया है। श्रीडूंगरगढ़ में उनके निवास स्थान पर बड़ी संख्या में समाजजन, व्यापारी, मित्रगण और राजनीतिक प्रतिनिधि संवेदनाएं प्रकट करने पहुंचे। अंतिम संस्कार में भारी भीड़ उमड़ी, जहां सभी ने उन्हें नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दे और परिवार को यह गहन दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे, यह प्रार्थना की गई।