मोहन भागवत के जन्म दिवस पर विशेष

AYUSH ANTIMA
By -
0



विश्व का सबसे बड़ा सामाजिक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक संघ नहीं बल्कि वह विचारधारा का पोषक है, जो केवल और केवल राष्ट्रवाद के लिए समर्पण है। संघ के प्रमुख मोहन भागवत का जन्म 11 सितम्बर 1950 को जालगांव महाराष्ट्र में हुआ था। कल मोहन भागवत का 75वां जन्मदिवस था। इसके साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस साल अपना शताब्दी वर्ष भी मना रहा है। मोहन भागवत उस संगठन के प्रमुख हैं, जो केवल और केवल राष्ट्रवाद की विचारधारा से ओतप्रोत है। मोहन भागवत के सशक्त नेतृत्व ने संगठन को इस आधार पर आगे बढाया कि संगठन की मूल विचारधारा से कोई समझोता न हो। किसी भी देश की बौध्दिक व वैचारिक शक्ति उसकी युवा शक्ति होती है। इसी मूलमंत्र को लेकर उन्होंने युवाओं से सहज जुड़ाव की परम्परा को जीवित रखा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ राष्ट्रवाद का वह वटवृक्ष है, जो राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने के साथ ही सांस्कृतिक चेतना की ऊर्जा प्रदान करता है। एक भारत श्रेष्ठ भारत की अवधारणा के साथ ही भारत की अनेकता में एकता व सभी धर्मों व संस्कृतियों व परम्पराओं के उत्सव मे गहरी आस्था रखता है। मोहन भागवत के करीब 50 साल पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में काम करना शुरु किया था व मार्च 2009 में इसके सरसंघ चालक बने। हालांकि उनके बयान बहुत बार चर्चाओं में भी रहे है। उन्होंने हाल ही में एक बयान दिया था कि व्यक्ति को 75 साल की चादर ओढ़ने के बाद सार्वजनिक जीवन से सन्यास ले लेना चाहिए। इस बयान को राजनीतिक हलकों में संघ व भाजपा रिश्तों में जमी बर्फ के रूप में देखा व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बना लिया, तत्पश्चात उन्होंने अपने इस बयान से किनारा भी कर लिया और कहा कि हम जीवन में कभी भी सेवानिवृत्त होने को तैयार हैं और जब तक संघ चाहेगा तब तक काम करने के लिए तैयार है। संघ भारत का चरित्र निर्माण व निस्वार्थ सेवा में विश्वास रखता है। हिन्दू राष्ट्र को लेकर उनका मत है कि हिन्दू राष्ट्र का मतलब किसी क्षेत्र या राजनीतिक शक्ति से नहीं है। इसका मतलब है बिना भेदभाव के सभी के लिए न्याय सुनिश्चित करना। चाहे वह किसी भी भाषा, धर्म या विचारधारा का हो। मोहन भागवत का मत रहा है कि हिन्दू का मतलब है अपना रास्ता खुद चुनना और दूसरे धर्म का सम्मान करना। जो लोग इस परम्परा का पालन करते हैं, वे हिन्दू है और इस परम्परा का स्रोत भारत वर्ष है। विश्व के सबसे बड़े सामाजिक संगठन व राष्ट्र प्रथम की भावना की अलख जगाने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत को उनके 75वे जन्मदिन पर आयुष अंतिमा (हिन्दी समाचार पत्र) की हार्दिक शुभकामनाएं।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!