श्रीडूंगरगढ़/बीकानेर (तोलाराम मारू): श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र की घटना 27 जुलाई की शाम तकरीबन 5 बजे की है। जीएसएस पर संविदा कर्मचारी के रूप में काम कर रहे तहसील श्रीडूंगरगढ़ के गांव उदरासर के युवक मनीराम सारस्वत मोट ठेकेदार के निर्देश से ओर बिजली जेईएन जयनारायण शुक्ला जालबसर रोही में फॉल्ट निकलने के लिए साथ लेकर जाते है। तीन पॉल से फॉल्ट निकलने के बाद जैसे ही चौथे पॉल पर चढ़ता है। पीछे से संविदा कर्मचारी भंवरलाल शर्मा ने लाईन चालू कर दी, जिससे मुनीराम पूरी तरह से झुलस गया, एक हाथ पूरा जल गया तथा रीड की हड्डी 4 जगह से टूट गई है। बीकानेर के पीबीएम हॉस्पिटल में ज़िन्दगी ओर मौत के बीच झूल रहा है। उस दिन से लेकर आज तक विद्युत विभाग के कोई भी कर्मचारी ओर विद्युत ठेकेदार ने संभाला तक नहीं है। कैलाश मोट ने बताया कि मुनीराम की माताजी का भी हार्ट का उपचार चल रहा है ओर इनके दो छोटे बच्चे हैं। पूरे परिवार का भरण पोषण मुनीराम के सहारे था। डॉक्टर ने साफ बोल दिया है कि यह जिंदगी में वापिस उठने वाला नहीं है। अतः विद्युत विभाग और ठेकेदार को ईलाज ओर आर्थिक मदद ओर परिवार का भरण पोषण के लिए एकमुश्त पचास लाख रूपए दिए जाये। पूरा परिवार विद्युत विभाग के ओर प्रशासन के चक्कर लगाकर थक चुका है। अभी तक किसी ने भी इस विषय पर ध्यान नहीं दिया है। क्या किसी कर्मचारी या व्यक्ति की जिंदगी इतनी सस्ती हो गई है। इसका मुकदमा पुलिस थाना श्रीडूंगरगढ़ मे दर्ज भी कराया गया है लेकिन अभी तक प्रशासन और विद्युत विभाग ठेकेदार ने जाकर संभाला तक नहीं है। अब यदि समय रहते प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया ओर मांगे पूरी नहीं कि तो कैलाश मोट सर्व समाज को साथ लेकर उग्र आन्दोलन करेगा, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन और विद्युत विभाग की होगी।
लगभग डेढ़ माह से न्याय की उम्मीद में बिजली करंट से झुलसा, जिंदगी ओर मौत से जूझता युवक
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September 05, 2025
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