जयपुर (श्रीराम इंदौरिया): श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर एसकेआईटी कॉलेज की यूनिवर्सल ह्यूमन वैल्यूज़ (UHV) समिति द्वारा "कृष्णोत्सव" कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। यह आयोजन आध्यात्मिकता, संस्कृति और शिक्षा का अद्वितीय संगम रहा, जिसमें विद्यार्थियों, प्राध्यापकों एवं विभागाध्यक्षों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत प्रोफेसर अर्चना सक्सेना द्वारा दिए गए स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शों और इस आयोजन के महत्व पर प्रकाश डाला। इसके उपरांत कृष्ण लीला पर आधारित एक मनमोहक कथक नृत्य प्रस्तुति ने दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। नृत्य के बाद भक्ति रस में डूबे कीर्तन ने माहौल को आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर कर दिया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा श्रीकृष्ण की शिक्षाओं पर आधारित नाटक, जिसमें छात्रों ने जीवन मूल्यों, धर्म और कर्म की भावना को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया।
विशेष अतिथि प्रभु गिरधारी दास जी ने श्रीकृष्ण के जीवन पर एक अंतर्दृष्टिपूर्ण सत्र का संचालन किया। उन्होंने गीता के उपदेशों और वर्तमान जीवन में उनकी प्रासंगिकता पर विस्तार से चर्चा की, जिसे श्रोताओं ने बड़ी श्रद्धा और रुचि से सुना। कार्यक्रम का समापन प्रो.शुभ्रजीत गुप्ता द्वारा श्रीकृष्ण की शिक्षाओं पर आधारित प्रेरणादायक समापन वक्तव्य से हुआ, जिसमें उन्होंने युवाओं को नैतिकता, समर्पण और कर्तव्य भावना को जीवन में अपनाने की प्रेरणा दी। डॉ.निधि शर्मा ने सभी अतिथियों, सहभागियों और आयोजकों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी लोगों के लिए प्रसादम् का भी आयोजन किया गया। "कृष्णोत्सव" न केवल एक सांस्कृतिक आयोजन रहा, बल्कि यह जीवन मूल्यों और आध्यात्मिक चिंतन को प्रोत्साहित करने वाला एक प्रेरणास्पद प्रयास भी सिद्ध हुआ।