कोटपूतली (रमेश बंसल मुन्ना): अतिरिक्त जिला कलक्टर ओमप्रकाश सहारण ने शुक्रवार को पीएचसी रघुनाथपुरा व राजकीय प्राथमिक विधालय आसपुरा का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया एवं आवश्यक सुधार के निर्देश दिये।
*प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रघुनाथपुरा का किया निरीक्षण*
एडीएम ने पीएचसी रघुनाथपुरा का निरीक्षण कर स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता, नि:शुल्क दवा योजना, नि:शुल्क जांँच योजना, मौसमी बीमारियों की रोकथाम हेतु कार्य योजना, चिकित्सा ईकाई पर बेहतर साफ-सफाई, चिकित्सा संस्थान पर चिकित्सा अधिकारी प्रभारी, कार्मिकों की उपस्थिति, विभाग से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण सेवाओं का जायजा लिया। उन्होंने पीएचसी के विभिन्न वार्डों का निरीक्षण किया। शौचालय और साफ-सफाई का जायजा लेते हुये सफाई व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान मेडिकल ऑफिसर एवं 02 कार्मिक के अनुपस्थित पाये जाने, ओपीडी कम पाये जाने एवं साफ-सफाई की उचित व्यवस्था नहीं मिलने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये सम्बन्धित के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही करने एवं सफाई हेतु सम्बन्धित को पाबंद करने के निर्देश दिये। उन्होंने मौसमी बीमारियों को फैलने से रोकने के उपायों को अपनाने के निर्देश दिये। स्टोर में दवाईयों का पर्याप्त भण्डारण रखने, चिकित्सा केंद्र पर दवाईयों को नियमानुसार व्यवस्थित तरीके से रखने, ओपीडी रजिस्टर में ओपीडी क्रमांक सही से डालने के निर्देश दिये। स्वास्थ्य केंद्र पर आगंतुकों से संवाद कर आवश्यक सुधार के निर्देश प्रदान किये। उन्होंने स्वास्थ्य केन्द्र पर आने वाले मरीजों को संतोषप्रद सेवायें प्रदान करने एवं निर्धारित समय तक उपस्थित रहने के लिये निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के प्रत्येक मरीज को सरकार की मंशानुरूप ईलाज और सुविधायें संस्थान पर मिलनी चाहिये।
*राजकीय प्राथमिक विद्यालय आसपुरा का किया निरीक्षण*
एडीएम ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय आसपुरा का निरीक्षण कर शिक्षण व्यवस्था के स्तर को जांचा एवं आवश्यक निर्देश प्रदान किये। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को सम्मानपूर्वक बैठाकर मिड-डे मील वितरण व्यवस्था सुनिश्चित करते हुये मिड-डे मील में सप्लाई होने वाले गेंहू, चावल, मसाले, मील का लेखा संधारण, भोजन मेन्यू की जानकारी प्राप्त कर रसोई में नियमित रूप से साफ-सफाई का ध्यान रखते हुये मिड-डे मील तैयार कराने के निर्देश दिये। उन्होंने बच्चों को संतुलित एवं पौष्टिक भोजन देने के निर्देश दिये, जिससे बच्चों का मानसिक व शारीरिक विकास बेहतर तरीके से हो सके। उन्होंने बच्चों का शैक्षणिक स्तर रखने के लिये बच्चों से संवाद कर अध्यापकों को आवश्यक निर्देश प्रदान किये। साथ ही संस्थान में बैठक, पेयजल, शौचालय व्यवस्था बेहतर रखने के निर्देश दिये एवं उपस्थिति पंजिका, चार्ट व अन्य रजिस्टरों की गहनता से जांच की।