कोटपूतली (रमेश बंसल मुन्ना): पानी पेड़ प्रकृति बचाओ (जहर मुक्ति आंदोलन) नंगे पांव गांव-गांव पदयात्रा एनआईआईटी यूनिवर्सिटी नीमराना के जल महोत्सव समारोह में भागीदार बनने पहुंची। एनआईआईटी यूनिवर्सिटी में आयोजित भव्य जल महोत्सव समारोह के मुख्य अतिथि पर्यावरणविद् एवं जल प्रहरी दीपसिंह शेखावत रहे तथा अध्यक्षता रिटायर्ड मेजर जनरल एवं डीनएनआईआईटी यूनिवर्सिटी नीमराना एके सिंह ने की। मुख्य अतिथि दीपसिंह शेखावत में जल महोत्सव में उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि पानी पेड़ प्रकृति ही हमारे जीवन का आधार है। आज के मानव ने इन पांच महाभूतों का शोषण करके जीवन को बर्बाद करने का काम किया है। हम सभी विद्यार्थियों को पानी और पेड़ को पढ़ाई के साथ भाईचारे का व्यवहार स्थापित करने पर ही खुशहाली एवं शांति की स्थापना हो सकती है। यूनिवर्सिटी के डीन जनरल एके सिंह ने विद्यार्थियों को प्लास्टिक एवं पर्यावरण के बारे में समझाया। पर्यावरण प्रदूषण के कारण ही ग्लोबल वार्मिंग एवं जलवायु परिवर्तन का संकट, गहराता जल संकट अर्थव्यवस्था एवं जीवन असाध्य बीमारियों से त्रस्त है। समाजसेवी कैलाश ताखर ने विद्यार्थियों को समझाया कि आज का युवा लाचार बेकार बीमार है। छोटे-छोटे प्रयासों से ही पानी और पर्यावरण का संरक्षण संभव है। विशिष्ठ अतिथि पूर्व सरपंच प्रागपुरा एलन स्वामी ने कहा कि भूगर्भ के जल का अत्याधुनिक तकनीक के द्वारा अंधाधुंध दोहन करना भावी पीढ़ी को अकाल एवं अंधकार में धकेल रहा है। हम सबको वृक्षारोपण एवं जल संरक्षण करके प्रकृति एवं जीवन जीविका की खुशहाली को कायम रखना सीखना समझना चाहिए। पानी पेड़ प्रकृति बचाओ नंगे पांव गांव-गांव पदयात्रा के डेलिगेशन का यूनिवर्सिटी के शिक्षकों ने प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित कर आभार व्यक्त किया। इस दौरान समाजसेवी कैलाश ताखर, पूर्व सरपंच एलन स्वामी, हिमांशी टेक्नोलॉजी निदेशक मनदीप चौहान, आपकी आवाज फाउंडेशन सह संस्थापक प्रीति कंवर, हंसकोर देवी, प्रेम कंवर, हिमांशी रिहांशी एवं लक्की सिंह सहित सैकड़ों विद्यार्थी एवं शिक्षकगण मौजूद रहे।
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