जयपुर (श्रीराम इंदौरिया): स्वामी केशवानंद प्रौद्योगिकी, प्रबंधन एवं ग्रामोथान संस्थान (एसकेआईटी), जयपुर के प्रबंधन अध्ययन विभाग द्वारा “एमबीए के लिए रणनीतिक नेटवर्किंग: डिजिटल युग में उपकरणों को जोड़ने की कला” विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का प्रथम दिवस डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम सेमिनार हॉल, एसकेआईटी में उत्साह और नवाचार के वातावरण में सम्पन्न हुआ। इस कार्यशाला के समन्वयक तरुण शर्मा (सहायक आचार्य) थे।
कार्यक्रम की शुरुआत विभागाध्यक्ष प्रो.डॉ.ओना लड़ीवाल के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने छात्रों को तकनीकी जागरूकता और रणनीतिक नेटवर्किंग के महत्व को समझाते हुए भविष्य की आवश्यकताओं से अवगत कराया। कार्यशाला में मुख्य रिसोर्स पर्सन्स दिनेश कुमार और डॉ.योगेन्द्र गुप्ता ने लॉट, स्मार्ट डिवाइसेज़ व नेटवर्किंग पर तकनीकी सत्र लिए और एमबीए छात्रों को कई प्रायोगिक डिवाइसेज़ भी दिखाए। उन्होंने यह समझाया कि कैसे तकनीकी ज्ञान आज के प्रबंधन छात्रों के लिए आवश्यक हो गया है। साथ ही, तकनीकी उत्पादों की बिक्री रणनीति पर आधारित गतिविधि ने छात्रों की व्यावसायिक समझ को मजबूत किया। कार्यशाला में हर्ष तेंगुरिया का प्रेरणादायक सत्र भी आकर्षण का केंद्र रहा। उन्होंने अपने व्यक्तिगत करियर अनुभव साझा करते हुए यह बताया कि किस प्रकार उन्होंने तकनीकी नवाचार और उद्यमिता को एक साथ जोड़कर सफलता प्राप्त की। वे एसकेआईटी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के पूर्व छात्र हैं और वर्तमान में एक बहुविषयी टेक कंपनी का संचालन कर रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान छात्रों के लिए तकनीकी उत्पादों की बिक्री से संबंधित एक गतिविधि भी आयोजित की गई, जिसमें टीमों ने उत्पाद विश्लेषण कर उसकी बिक्री रणनीति तैयार की। इस गतिविधि ने छात्रों के मार्केटिंग कौशल, व्यावसायिक रणनीति और नेटवर्किंग क्षमताओं को और अधिक सुदृढ़ किया।