अलवर (मनीष अरोड़ा): महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती पर सार्वजनिक अवकाश होने के बावजूद जिले के कई निजी विद्यालय सरकार के आदेशों की अवहेलना करते स्पष्ट नजर आए। निजी विद्यालयों में रोजाना की तरह कक्षाएं संचालित की गई और पूरा समय स्कूल चलाए गए, वहीं स्थानीय स्तर पर अधिकारियों की लचर व्यवस्था के चलते सरकारी आदेश की पालना नहीं हो पाती। महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती पर निजी स्कूलों के खुलने पर सैनी समाज मे रोष है। राजकीय अवकाश घोषित होने के बावजूद सरकारी आदेशों का अपमान किया गया।
वैसे स्कूलों मे महापुरुषों की जीवन गाथा पढ़ाई जाती है, वहीं दूसरी ओर महापुरुषों की जयंती पर स्कूलों को खोलकर अपने स्कूल संचालक राजकीय आदेशों की धज्जियाँ उडा रहे हैं। लगता है शायद निजी स्कूल संचालक को राज्य सरकार का भय नहीं है।