निवाई (लालचंद सैनी): सकल दिगम्बर जैन समाज निवाई के तत्वावधान में जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर एवं प्रवर्तक भगवान आदिनाथ जन्म कल्याणक पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग को लेकर जिला कलेक्टर डॉ.सोम्या झा एवं जिला प्रमुख सरोज बंसल को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में बताया कि जैन धर्म में चौबीस तीर्थंकर हुए हैं, जिनमें प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव अर्थात आदिनाथ भगवान हैं। अखिल भारतीय जैन समाज प्रवक्ता विमल जौंला ने बताया कि जैन धर्म अनादि काल से चला आ रहा है किंतु प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान को जैन धर्म के प्रवर्तक के रूप में माना जाता है। उल्लैखनीय है की भगवान आदिनाथ के सबसे बड़े पुत्र भरत प्रथम चक्रवर्ती सम्राट हुए जिनके नाम पर ही देश का नाम भारत पड़ा। जैन धर्म प्रचारक विरेन्द्र कासलीवाल ने बताया कि भगवान आदिनाथ ने ही मनुष्य को जीने की कला, असि, मसि, कृषि, वाणिज्य, शिल्प और कला का उपदेश दिया एवं जीना सिखाया है । आदिनाथ भगवान के 23 मार्च को जन्म कल्याणक पर राजस्थान सरकार द्वारा सार्वजनिक अवकाश की घोषणा कर जैन समाज की भावनाओं को राहत प्रदान करे। ज्ञापन देने वालों में जैन समाज निवाई के मंत्री महावीरप्रसाद पराणा, बड़ा जैन मंदिर के मंत्री मोहित चंवरिया, पूर्व तहसीलदार ज्ञानचंद सौगानी, बड़ा जैन मंदिर के पूर्व मंत्री महेन्द्र चंवरिया एवं भाजपा नेता मनोज पाटनी सहित कई लोगों ने जिला कलेक्टर झा एवं जिला प्रमुख बंसल को ज्ञापन सौंपा है।
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